हेलो दोस्तों आज मैं आपके लिए एक बड़ी ही मस्त कहानी लेकर हाजिर हु, सेक्सी हिन्दी स्टोरी पर, मेरा नाम निहारिका हें, मे 21 साल की हूँ मैं बड़ी ही मस्त लड़की हु… आज मे आप को अपनी बर्बादी की कहानी सुनाने जा रही हूँ की केसे मे बच्ची से रंडी बन गयी..
जब मे बारह साल की थी तब मेरी मम्मी का देहांत हो गया था…तब मेरे पापा ने एक और औरत से शादी कर ली यानी की मेरे लिए सौतेली माँ ले आये, जिसको दो लड़के थे राकेश जो की मुझसे करीब चार साल बड़ा है और सुनील मुझसे पांच साल… मेरे पापा काम पर चले जाते थे… मेरी सोतेली माँ मुझ पर बहुत जुल्म करती थी… मुझसे सारे घर का काम करवाती थी और मारती भी थी.. उसने मेरे पापा को यह कह कर की मेरी पढ़ाई पर बहुत पैसे लगाते हैं और वेसे भी लडकी जात पढ़ कर क्या करेगी, उसके बाद उन्होंने मेरी पढाई बंद करवा दी.
खया बताऊँ दोस्तों, मैं तो ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं ये उस वक़्त की बात है जब मे जवान हो गई थी.. मे एक दम गोरी थी.. 16साल की उम्र मे बहुत चिकनी हो गयी थी… मेरे चूचियाँ छोटे मगर बिल्कुल टाईट हो गये थे…
मेरी कमर एक दम पतली और पेट एक दम फ्लॅट था… मेरी बूर और गांड के छेद एक दम टाइट और बिल्कुल छोटे थे… बूर एकदम गुलाबी है और उस पर एक भी बाल नही था… एकदम चिकनी हाथ रखो तो फिसल जाए… मेने महसूस किया की मेरे सोतेले भाई मुझ पर गंदी नज़र रखने लगे थे..
वो मेरे चूचियाँ और गांड को घूर घूर के देखते, लेकिन मेने उन्हे यह पता नही लगने दिया की मुझे पता है की वो मुझे देखते हैं… उन्ही दिनो मेरी माँ का भाई मर गया जिसकी वजह से मेरे पापा, मेरी माँ और राकेश को एक हफ्ते के लिए जाना पढ़ गया लेकिन सुनील किसी ज़रूरी काम की वजह से ना जा सका जो मुझे बाद मे पता चला की उसने बहाना बनाया था… उसे कोई ज़रूरी काम नही था..
जिस दिन मेरे घर वाले गये उस दिन रात को खाने के बाद जब मे सोने चली गयी तो रात को 12 बजे सुनील मेरे कमरे मे आया और मुझे कोल्ड ड्रिंक पीने को दी… मे बहुत खुश हुई पहली बार मेरे भाई ने मुझे कुछ दिया है… मुझे उस कोल्ड ड्रिंक का टेस्ट कुछ अलग लगा लेकिन मे वो पी गयी…
उसके 10 मिनट बाद मेरी हालत खराब होने लगी… मुझसे हिला तक नही जा रहा था… मे बेड पर लेटी हुई थी… बोलने मे भी दिक्कत हो रही थी… मेने बहुत मुश्किल से सुनील से कहा की मेरी हालत खराब हो रही है तो उसने कहा की वो तो होगी क्युकी मेने कोल्ड ड्रिंक मे दवा डाली थी जिससे तू 9,10घंटो तक अपनी उंगली तक नही हिला सकेगी और ना ही ज्यादा ज़ोर से बोल सकेगी… मेने उस से पूछा की भैया आपने ऐसा क्यों किया? तो वो बोला की बहुत दिनो से तेरे चिकने बदन को चोदने का मन कर रहा था… यह सुन कर मे हेरान रह गयी..
उसके बाद क्या बताऊँ दोस्तों मैं बेड पर लेटी हुई थी और ज़रा सा भी हिला नही जा रहा था… फिर वो मेरे पास आया और मेरी कमीज़ उतारने लगा… मेने उसे बोला की भैया भगवान के लिए ऐसा ना करो……तो वो बोला की आज तो मे तुझे रंडी बना के ही रहूंगा… फिर उसने मेरा पजामा भी उतार दिया… अब मे सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे थी… सुनील ब्रा के उपर से ही मेरे चूचियाँ दबाने लगा…
उसने कहा की तेरे चिकने बदन पर तो हर लौड़ा फिदा हो ज़ाये… थोड़ी देर बाद उसने मेरी ब्रा और पेंटी भी उतार दी… फिर सुनील ने मेरी दोनो टांगो को फेला दी और अपने कपडे उतार कर बिल्कुल नंगा हो गया… अब मुझसे बोला भी नही जा रहा था… जब मेने उसका लौड़ा देखा तो बिल्कुल हेरान रह गयी की किसी का इतना बड़ा लौड़ा भी हो सकता है… उसका लौड़ा 9” लंबा और 2…5” मोटा था… वो मेरा मुहं खोल के उसमे अपना इतना बड़ा लौड़ा डालने लगा और कुछ देर बाद पूरा लौड़ा डाल कर झटके देने लगा… हर झटके मे उसका लौड़ा मेरे गले तक पहुच जाता जिससे मुझे साँस लेने मे दिक्कत होने लगी..
कुछ देर बाद वो मेरे मुहं मे ही झड़ गया और अपना लौड़ा मेरे मुहं मे उस समय तक डाला रखा जब तक मे उसके वीर्य को निगल ना गयी… उसके बाद उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरी बूर के सुराख पर रख दिया और अपने दोनो हाथों से मेरी पतली कमर पकड़ ली… अब मे चुदने के लिए बिल्कुल तैयार थी… उस बहनचोद ने पूरी ताक़त से अपना लौड़ा मेरी बूर मे घुसा दिया…
उस दर्द से मेरी आँखे पूरी तरह से खुल गयी लेकिन चीख नही निकल सकी… फिर उसने एक और ज़ोरदार झटका मारा और अपना पूरा लौड़ा मेरी छोटी बूर मे घुसा दिया और मेरी सील तोड दी… दर्द से मेरी आँखों से आँसू निकल आए… उसके बाद उसने मुझ पर ज़रा भी रहम नही खाया और जोर ज़ोर से झटके मार के मेरी बूर मे ही झड़ गया और मेरे उपर गिर गया..
कुछ देर बाद वो वापस उठा और मेरे मुहं मे अपना लौड़ा डाल दिया और कुछ देर बाद अपना लौड़ा मेरे मुह से निकाल कर वापिस पूरी शक्ति से मेरी बूर मे डाल दिया… मे फिर दर्द से कांप उठी… मे ऐसे मे कई बार झरी… उसने मुझे उस रात कई बार चोदाऔर इतनी बुरी तरह से चोदा की मे रात को बेहोश हो गई… अगले दिन जब मेरी आँख खुली तो मे बेड पर बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी…
शाम के 5 बज रहे थे… लेकिन अब उस दवा का इफेक्ट खत्म हो गया था… मे उठी तो दर्द से चला भी नही जा रहा था… बेड पर मेरा और सुनील का वीर्य गिरा हुआ था और साथ मेरी बूर से निकला हुआ खून भी था… मे बहुत मुश्किल से उठी और आईने के सामने आई… मेने देखा की मेरी बूर फूल गयी थी और एक दम लाल हो गई थी… मेने नंगी ही घर मे देखा लेकिन सुनील घर मे नही था और दरवाजा भी बंद था..
उसके बाद मेने गर्म पानी से शावर लिया… मे जब बाहर आई तो देखा की सुनील वापिस आ गया है और टीवी देख रहा है… हमारे घर मे सब के पास मैं दरवाजे की एक्सट्रा चाबी हैं… मेने उस समय सिर्फ़ टावल लपेटा हुवा था… सुनील ने मुझे अपने पास बुलाया… मे उस से आँख नही मिला पा रही थी… उसने मुझे अपने पास सोफे पर बेठने को कहा और उसने टीवी पर कुछ लगाया जिसे देख कर मे शक मे आ गयी…
मूवी मेरी ही चुदाई की थी… फिर सुनील ने मुझे बोला की अगर मेने किसी को बताने की कोशिश की तो ये मूवी पापा को दिखा दूंगा और बोलूगा की तुम अपनी मर्ज़ी से मुझ से चुदी हो… ये सुनकर मे डर गयी… और उसने कहा की जब तक घरवाले वापस नही आ जाते तू नंगी ही रहेगी… अगर मुझे तेरे बदन पर एक भी कपडा नज़र आया तो तेरी बूर का भोसड़ा बना दूंगा…
फिर उसने मेरे बदन से टावल खींच कर मुझे नंगा कर दिया… उसने मुझसे खाना भी नंगा ही बनवाया… खाना खाने से पहले उसने अपना लौड़ा मेरे मुहं मे डाल दिया और झटके मारने लगा और जब वो झड़ने वाला था तो उसने अपना लौड़ा बाहर निकाल लिया और अपना वीर्य मेरे खाने पर गिरा दिया और बोला चल रंडी इसे खा जा…… मुझे खाना पड़ा… रात के 8 बज चुके थे उसने मुझे बेड पर जाने को कहा, मे समझ गयी और चुप चाप चली गयी… थोड़ी देर बाद वो आया और उसने अपने लौड़ा पर तेल लगाया और मुझे कुत्तिया की तरह बनने को कहा…
मे डर के मारे उसकी हर बात मान रही थी… फिर उसने पीछे से मेरी बूर पर अपना लौड़ा टिका दिया और आहिस्ता2 अंदर डालने लगा… अब मुझे और दर्द होने लगा और मे आआआआः ऊऊऊऊः ईईईईईईईईई करने लगी… अभी उसका लौड़ा तोडा ही अंदर गया था की उसने एक ज़ोर का झटका मारा और उसका लौड़ा पूरा अंदर चल गया… मेरी बहुत ज़ोर की चीख निकली… वो हँसने लगा और कहा की चिल्लाती क्यूँ है अब तो तू रंडी बन गयी है… फिर वो थोड़ी देर बाद तेज़ झटके मारने लगा… कुछ देर बाद मुझे अपनी चुदाई का मज़ा आने लगा और मे झड़ गयी… ये देख कर वो बोलने लगा की हरामी तू भी मज़े ले रही है…… ! अब मे अपनी गांड पीछे कर के उसका साथ देने लगी..
अभी ये सब चल ही रहा था की अचानक राकेश आ गया… ये देख कर मे और सुनील डर गये क्युकी राकेश को तो 1 महीने के बाद आना था… सुनील ने मेरी बूर से अपना लौड़ा निकाल लिया… राकेश गुस्से मे बोला की भैया ये आप क्या कर रहे हैं? सुनील कुछ नही बोला तो राकेश ने उस से कहा की भैया इस रंडी को तो मुझे चोदना था! ये सुन कर मे हेरान रह गयी और मुझे अपने कान पर यक़ीन नही आया…
राकेश की बात सुन कर सुनील हंस पड़ा और कहा की मेने अभी तक इस रंडी की गांड नही मारी……तो राकेश ने कहा की चलो इसकी गांड चोडी करते हें… राकेश ने बताया की मे मम्मी और पापा से एग्जाम का बहाना कर के आया था… ताकि मे इसको चोद सकू लेकिन भैया आपने इसे मुझसे पहले ही चोद दिया… मे बेड पर लेटी उन दोनो की बाते सुन रही थी… तब राकेश ने जल्दी से अपने कपडे उतार दिए… मे देख कर हेरान रह गयी की उसका लौड़ा तो सुनील से भी बड़ा था… राकेश ने अपना लौड़ा मेरे मुहं के सामने रखा और बोला की चल इसे चूस… मेने राकेश से कहा की राकेश भैया ऐसा ना करो तो उसने मुझे ज़ोर से एक थप्पड़ मारा और कहा की भैया का लौड़ा तो बड़े मझे से अपनी बूर मे ले रही थी……मुझे अपना मुहं खोलना ही पड़ा..
थोड़ी देर अपने लौड़ा से मेरे मुहं मे झटके मारने के बाद राकेश ने अपना लौड़ा बाहर निकाल लिया और मुझे उल्टा करके मेरे पेट के नीचे एक गोल तकिया रख दिया… उतने मे सुनील तेल ले आया और मेरी गांड पेट पर तेल लगाने के बाद राकेश से बोला की फाड़ दे इस कुत्तिया की गांड!!! राकेश ने जोर ज़ोर से झटके मार कर थोड़ी ही देर मे अपना पूरा लौड़ा मेरी गांड मे घुसा दिया और थोरी देर के लिए रुक गया…
मे जोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और कहा की तुम दोनो भाइयों ने मेरा सत्यानाश कर दिया आआआआआः ऊऊऊवई हाआआआआआआआई…… मे मर गयी निकालो इसे बहनचोद…!!!! वो दोनो मेरी हालत पर हसने लगे और कहा की यह जगह लौड़ा निकालने की नही घुसेड़ने की जगह होती है और मेरा लौड़ा जब ही निकलेगा जब तेरी गांड पूरी तरहा से फट जाएगी !!!
राकेश ने सुनील को कहा की ये कुत्तिया तो चिल्लाती रहेगी तो रग़ड डाल इसकी गांड को…बिल्कुल रहम ना कर… राकेश ने जी भय्या कह कर मेरी गांड मे चक्की चला दी और मेरी गांड मारना शुरू कर दिया और जब तक करता रहा जब तक उसे विश्वास ना हो गया की मेरी गांड फट गयी है… फिर उसने मेरी गांड से अपना लौड़ा निकाला और राकेश ने मुझे सीधा करके अपना लौड़ा मेरे मुहं के सामने कर दिया और बोला की चल चूस इसे… मेने मना किया तो पीछे से सुनील ने मेरी बूर पर खींच के लात मारी जिससे मे बलबला उठी और दर्द से तडपने लगी… राकेश ने मेरे होंठो पर अपना लौड़ा चिपकाया तो अब की बार मेने चुपचाप अपना मुहं खोल दिया और उसका लौड़ा चूसने लगी ..
इसके बाद उन दोनो ने एक एक बार फिर से मेरी बूर को ठोका और हम सो गये… उसके बाद जब तक पापा और माँ नही आ गये उंन दोनो ने जम कर मेरी चुदाई की… जिस दिन पापा और माँ ने आना था उस पूरे दिन उंन दोनो ने मेरी बारी बारी गांड फाड़ी और आख़िर मे आईने में से मुझे मेरी गांड दिखाई..
मेरी गांड का सूराख बुरी तरह से सूजा हुवा था और उभर कर बहुत चौड़ा हो गया था और उठते बैठते बहुत दर्द कर रहा… पापा और माँ के आने के बाद भी उन्हे जब भी मोक़ा मिलता वो मुझे चोद देते और मे कुछ भी नही कर सकती थी क्युकी अब तक उन्होंने मेरी बहुत सारी वीडियो बना ली थी… उम्मीद है आप लोगों को मेरी कहानी पसंद आई होगी..