नशे की गोली खिलाकर दीदी को चोदा

भाई बहन की सेक्स कहानियां तो आपने कई सारे पढ़ी होगी। पर आज मैं जो कहानी आपको सुनाने जा रहा हूं वह सबसे अलग है। मैं अपनी दीदी की चुदाई लगातार दो महीने से कर रहा हूं। उनको पता भी नहीं चलता है और मैं रोजाना उनको चोद कर सोता हूं। सेक्सी हिन्दी स्टोरी  पर यह मेरी पहली कहानी है। इस कहानी में आपको मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने अपने दीदी को नशे की गोली खिलाया और मैंने चोदा। पहले दिन जो जो हुआ था उसी को मैं यहां पर लिख रहा हूं।

मेरा नाम टोनी है मेरे दीदी का नाम पायल है। मेरे पायल दीदी की शादी अभी 6 महीना पहले ही हुई है. मेरे जीजाजी कनाडा में रहते हैं इसलिए दीदी अभी इंडिया में ही रह रही है। वह मार्च में कनाडा चली जाएगी तब तक वह मम्मी पापा और मेरे साथ ही रह रही है। मेरे दीदी की उम्र अभी 23 साल है बहुत खूबसूरत लड़की है।

वह 5 फुट 7 इंच की है उसके कमर बहुत पतली है वह 34 नंबर की ब्रा पहनती है। उसकी आंखें बहुत सुंदर दिखती है लंबे लंबे बाल है उसके। बहुत ज्यादा स्टाइल में रहती है। उनका एक फेसबुक चैनल भी है। जहां पर वह अपने डांस को दिखाते हैं। जब टिक टॉक था तो वह बहुत अच्छे-अच्छे डांस वाली वीडियो बनाती थी और डालती थी उसके बहुत सारे फॉलोवर थे।

अगर आपने मेरे दीदी को देख लेंगे तो आपको भी ऐसा लगेगा कि काश यह मेरी पत्नी बनते या नहीं तो एक रात मेरे साथ सो जाती तो मजा आ जाता। गजब की खूबसूरत है मेरी दीदी कोई भी उसको देखकर फिसल जाएगा। इसलिए मैं भी फिसल गया। जब मैंने उसको पटाने की कोशिश की तो वह नहीं पटी तब मैंने अंत में नशे की गोली खिलाकर उसको चोदा और अपने शरीर की भूख को शांत किया।

अब मैं सीधे कहानी पर आता हूं। मेरा दोस्त राजीव वह अपनी बड़ी बहन को रोजाना चुदाई करता है। वह मेरे से सारी बातें शेयर करता है। असल में उसकी बहन तलाकशुदा है तो यह तो समझ आता है कि जब कोई औरत तलाकशुदा हो तो वह आराम से किसी भी लड़के को या किसी भी आदमी को सेक्स करने के लिए दे देते हैं। पर जिसका पति हो या जिसका बॉयफ्रेंड हो तो वह जल्दी किसी को सेक्स करने के लिए नहीं देती है ऐसा मैंने महसूस किया मैंने कई लड़कियों को औरतों को पटाने की कोशिश की पर वह नहीं पटी।

मैंने खुद अपने दीदी को पटाने की कोशिश की पर वह कभी भी इस नजर से मुझे नहीं देखी हमेशा मुझे डांट ही दी थी वह। जब मैं उनके सामने कुछ उल्टी-सीधी हरकतें करता तो हमेशा डांट कर भगा देते बदतमीज कहीं का ऐसे बोलती थी वह। मैंने कई बार उनकी चुचियों को छूने की कोशिश किया। पर उन्होंने मुझे टेढ़ी नजर से देखि और फिर डांट भी लगाई। एक दिन मुझे राजीव के सामने ही मुझे डांट दिया। आजकल तू बहुत बदतमीज हो गया है और बहकी बहकी बात करता है। मैं तुम्हें देख रही हूं 1 दिन मम्मी पापा को बता दूंगी कि तुम कितने बदतमीजी से मेरे साथ पेश आते हो और मेरे साथ ऐसे ऐसे हरकतें करते हो।

यह सारी बातें राजीव ने भी सुन लिया। उसे समय हम दोनों को घर से बाहर निकल गए और पुल पर बैठकर मैंने राजीव से कहा कि भाई कुछ प्लान बताओ मैं अपनी बहन को चोदना चाहता हूं जैसे तुम अपनी बहन को चोद रहे हो। क्योंकि मेरा लंड आजकल काबू में नहीं है। और घर में जो छिनार है वह मुझे चोदने नहीं देती है। राजीव ने मुझे एक आईडिया बताया। कि जब तेरे मम्मी पापा हरिद्वार जाते हैं दो-तीन दिन के लिए क्योंकि मेरा घर हरिद्वार है और हम लोग सब दिल्ली में रहते हैं। उस दिन तुम अपनी बहन को चोद सकता है। मेरे पास नींद की गोलियां तुम अपने बहन को किसी तरीके से रात को खिला देना वह नशे में हो जाएगी। उसके बाद तुम चोद देना अपनी बहन को।

मुझे भी उसका आया पसंद आया। और 1 दिन मम्मी पापा जैसे हरिद्वार के लिए निकले हमने फोन किया राजीव को आज मम्मी पापा दोनों हरिद्वार जा रहे हैं तेरे पास है तो दे दे। राजीव तुरंत अपने बाइक से आ गया और उसने मुझे गोलिया दे दिया। ऑल द बेस्ट बोल कर अपने घर चला गया। रात को खाना खाने के बाद दीदी ने जब दूध निकाली पीने के लिए अपने लिए। तो मैंने उसके दूध में नींद की गोली डाल दी। उसके बाद में मैं बड़े प्यार से बड़ी इज्जत से अपनी बहन के साथ बात करने लगा और दूध वहीं पर बैठ कर पीने लगा हम दोनों बहन भाई 10-15 मिनट में ही फिनिश कर लिए।

पीने के 10 मिनट बाद ही दीदी बोली कर मुझे बहुत तेज की नींद आ रही है मैं सोने जा रही हूं। हम दोनों छत पर बने दोनों कमरे में सोते हैं अलग-अलग। दीदी अपने कमरे में चली गई मैं अपने कमरे में आ गया। दीदी अपने कमरे में जाकर सो गए। मैं आधे घंटे बाद उसके कमरे में गया। भुलाने की कोशिश की दीदी दीदी मैं चेक कर रहा था कि वह कहीं उठ ना जाये। पर वो नहीं उठी। मैंने उसको हिलाकर तब भी उसने कोई हलचल नहीं की। मैंने उसको चुटी भी काटी फिर भी उसने कुछ भी नहीं किया।

अब मैंने उसके बूब्स पर हाथ रखा और दबाना शुरू किया ओह्ह्ह्हह्ह मजा आ गया था बड़ी बड़ी सेक्सी टाइट बूब्स को दबाने में। मैंने उसके नाईटी का हुक खोलकर मैंने किसी तरह से ब्रा से बाहर किया उसका बूब्स और निप्पल को दबाने लगा। वो शांत ही रही। मैंने उसके होठ पर किस किया फिर उसके होठ को चूमने लगा जोर जोर से। अब मेरा लंड खड़ा हो गया और और बाहर निकलने लिए फड़फड़ाने लगा। मैंने अपना पेंट खोलकर अपना लंड बाहर निकाला। और दीदी के टांगो के पास बैठकर नाईटी को ऊपर किया और फिर पेंटी उतार दी।

दोनों टांगो को अलग अलग अलग किया और अपने लंड में वेसलीन लगाया और फिर उनकी चूत में लंड घुसाने लगा। पर उनकी चूत बहुत टाइट थी। शायद जीजा जी भी ज्यादा नहीं चोदे थे। फिर मैंने उसकी दोनों टांगो को अपने कंधे पर रखा और फिर चूत की छेद के सामने लंड लगाकर मैंने जोर से धक्के दिया पूरा लंड चूत में घुस गया। अब जोर जोर से लंड को चूत के अंदर डालने लगा। चूचियों को मसलते हुए जब लंड को चूत में घुसाता तो मजा आ जाता था।

मैंने जल्दी जल्दी चोदना शुरू किया और जल्दी ही जोश में आकर मैंने अपना वीर्य बाहर गिरा दिया। क्यों की मैंने कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। अगर वीर्य चूत में छोड़ता तो वो गर्भवती भी हो सकती थी। इसलिए मैंने वीर्य बाहर ही निकाला। फिर मैंने उसकी चूत को जमकर चाटा गांड भी चाटा। बूब्स दबाया किश किया हरेक अंगों को अच्छे से देखा और फिर उसको सारे कपडे पहना दिया जैसे वो पहनी थी।

रात में भी मैंने राजीव को फ़ोन किया की काम हो गया। उसने मुझे वेलडन कहा। और फिर उस दिन के बाद से पंद्रह दिन में एक दिन तो चोद ही लेता हूँ। मैं अपनी दूसरी अपनी बहन की सेक्स कहानी जल्द ही लिखने वाला हूँ।

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