Do bahano ki chudai
आप लोगों ने मेरी पहली रियल स्टोरी पढ़ी और आपने रेस्पॉन्स भी दिया उसके लिए आप सभी को धन्यवाद. आप सभी लोगों की रिक्वेस्ट पेर (जिन्होने भी मुझे एमाइल किया) मैं अब आप लोगों को मेरी आयेज की रियल कहानी बताने जा रहा हूँ. जिस किसी ने मेरी स्टोरी नही पढ़ी है मैं उन्हे अपना और रानी का इंट्रोडक्षन करवा देता हूँ.
में 33यियर्ज़ ओल्ड हू मेरी हिगत 5.7’ओर वेट ज़्यादा नही 64क्ग हे जो कोई भी लड़की अपने अप्पर ले सकती है वैसे मई दिखाने मे काफ़ी स्मार्ट हू और मेरे टूल की लंबाई 7.5 इंच है. मैं देहली की एक को. मैं कम करता हूँ. मेरे साले नीलेश की बीवी जिसका नाम रानी है वो 25 साल की हैं. हिगत 5.3’ एकद्ूम गोरी नारी और स्लिम है. उसका वेट लगभग 45-50 क्ग होगा. वा एकद्ूम मालिका शेरावत की तरह लगती है. और अव्वाज उससे भी ज़्यादा सेक्सी है. सीने पेर दो आपल की तरह बूब्स है जिन्हे मैं आब मसल मसल कर पॅपीट की तरह करके छ्चोड़ूँगा. और वो जब चलती है तो उसकी मटकती हुई गोल गोल गांद की तरफ बरबस ही अपना ध्यान चला जाता है. कुल मिलकेर उसे हुस्न और सेक्स की मूर्ति कहा जा सकता है.
मैने उसे कैसे पटाया (वो अपने पति के लंड से अनसॅटिस्फाइड थी) यह आपको मैं पिछली कहानी मई बता चक्का हुआ वो ही बातिं मैं यहाँ लिखूंगा तो स्टोरी काफ़ी लंबी हो जयगी. अब रानी और मैं महीने मैं दो बार मिलते थे और खूब मस्ती करते थे. कभी घर मैं तो कभी बाहर होटेल मैं, वो मुझे फोन कर बता देती थी की कहाँ आना है और फिर मैं ऑफीस से चूती लेकर चला जाता था और हम शाम तक खूब चुदाई करते थे. महीने मई एक बार घर पेर, और एक बार बाहर होटेल मैं, क्योंकि हम दोनो ने तय कर रखा था की महीने मैं दो बार से ज़्यादा हम लोग नही मिलेंगे चाहे मेरा मान उसे कितना ही चूड़ने का हो, या उसका छुड़ाने का, क्योंकि हम लोग नही चाहते थे की हमारे इस चुदाई वेल रिश्ते की किसी को भनक लगे, क्योंकि ऐसा होने की इस्थिति मैं हम दोनो के भरे पुर परिवार बर्बाद हो सकते थे. और लोगों के सामने हम एक दूसरे को अवाय्ड हे करते थे और मैं मेरी बीवी के सामने उसकी बुराई करता था और वो अपने पति के सामने मेरी बुराई करती थी, जिससे उन दोनो के मान मई किसी प्रकार का शक ना हो हमारे लिए.
पेर जब भी हम अकेले मैं मिलते तो खूब मस्ती करते, 2-3 अवर्स मैं ही मैं उसकी लगभग दो टीन बार या तो चूत छोड़ देता तट या फिर गांद मरता था. मैं उसे हर आसान मैं चोदता था कभी वो मेरे अप्पर होती तो कभी मैं, कभी खड़े खड़े तो कभी मैं खड़े होकर उसे अपनी गोदी मैं बितालकर चोदता था. वो भी मेरा पूरा साथ देती थे और ख्याल रखती थे और काफ़ी गांद ी बात करने मैं एक्सपर्ट हो गयी थी. हर बार मेरी पसंद का ख्याल रखते हुए न्यू न्यू स्टाइल और कलर के ब्रा और पेंटी पहन कर आती थी (जो नीलेश उसका पति उसे लाकर देता था). एक दिन मैं उसकी गांद मारकर उसके साथ होटेल के रूम मैं लेता हुआ था. बातों ही बातों मई मैं उससे कहा की कब अपनी कज़िन से मिला रही हो,
तो वो बोली की क्यों जीजू मेरे से मान भर गया क्या, मैने कहा नही ऐसा नही है, पेर जवानी जीवेन मैं एक बार ही आती है इसमे जीतने मज़े लूट सको और लूटा सको तो ठीक वेर्ना जवानी निकालने के बाद पचहटवे के अलावा कुछ हाथ मैं नही रहता. वो बोली ‘जीजू बिल्कुल सही बोल रहे हो मैं मौका देखार और उससे बात करकर आपको बताती हूँ, पेर आप को भी फिर मुझे दो लंड के मज़े दिलवाने पड़ेगा, मैने ब्लू फिल्म मैं देखा है की लड़कियाँ कैसे दो दो आदमी का लंड लेती है, थोड़ी तकलीफ़ तो होती है पेर उन्हइन बाद मैं मज़ा भी बहुत आता है” मैने उसकी चूत मसालते हुए कहा ‘ बिल्कुल मैं तुमसे प्रॉमिस करता हूँ, तुम्हारी चूत की कसम.’ फिर एक दिन उसने अपनी शादी की सीडी मैं उसकी वो कज़िन को भी दिखलाया जिसके बारे मैं वो बोलती थी की वो कज़िन भी उसके पति से अनसॅटिस्फाइड है. उसका नाम निकिताा था. वो भी रानी की तरह ही खूबसूरत और स्लिम थी. उमेर मैं रानी से लगभग 3 साल बड़ी थी और दो बचून की मा थी, पेर देखने से नही लगता था की वो दो बचों की आमा है. उसने अपना शरीर बहुत अच्छा मेनटेन किया हुआ था.
एक दिन मैं ऑफीस मैं बैठा कम कर रहा था तभी मोबाइल पेर रानी का कॉल आया और बोली ‘ जीजू मेरी जान, कल 12 बजे दोफर को घर आ जाना, मैं इंतजार करूँगी’ मैने कहा ‘ज़रूर आ जौंगा छीनाल लेकिन अभी पिछले हफ्ते ही तो मैने तुम्हारी चुदाई करी है, क्या फिर से गांद मैं खुजान चल रही है’ वो बोली ‘पहले कल घर आजओ फिर बताती हूँ, लंच साथ मई ही करेंगे, और घर पेर दीदी से बोलकर आना की रात को घर पेर लेट लौटेंगे, क्योंकि कल नीलेश ड्यूटी से ही अपने दोस्तों के साथ एक पार्टी मैं जाएगा और रत 12 बजे तक लोतेगा’ मैने कहा ‘ ठीक है’.
फिर मैने अपने ऑफीस से एक साले टॅक्स ऑफीसर जो की मेरी ही हम उमरा था और उससे मेरी काफ़ी दोस्ती हो गयी थी को फोन लगाकर बोला की मेरी आप से एक पेर्ससोनेल रिक्वेस्ट है की मुझे कुच्छ ज़रूरी कम से चूती चाहिए पेर मेरा बॉस छुट्टी नही दे रहा है तो कल लगभग 11.30 बजे बॉस को फोन कर बोल देना की साले टॅक्स मैं जो केस चल रहा है उसकी फाइल लेकर नीलेश को उसके पास भेज दो और उस फाइल को निपटने मैं शाम हो जाएगी, नीलेश यही से घर चला जाएगा, बदले मई मैं उसकी पेर मंत की रिश्वत 500 रुपीज़ ज़्यादा करवा दूँगा, वो मान गया. थोड़ी देर बाद मेरे बॉस का फोन आया की कल 11.30 बजे साले टॅक्स चले जाना और अगर लेट हो जाओ तो वही से घर चले जाना.
दूसरे रोज मैने अपनी बीवी को कहा की मुझे कल ऑफीस के कम से तोड़ा बाहर जाना है रत मैं तोड़ा लेट हो सकता हूँ आने मैं. ऑफीस आकर मैने अपने ज़रूरी कम निपटाए और एक साले टॅक्स की फाइल बेग मैं रखकर बॉस को साले टॅक्स जाने का कह कर मैं रानी के घर के लिए चल पड़ा. रास्ते मई मैं सोचते जा रहा था की आज तो रानी को मैं सीडी पेर बैठकर चूड़ूँगा. और यदि वो मुझे दो चूतों का मज़ा दिलवती है तो मैं भी अपने इस साले टॅक्स ऑफीसर के साथ मिलकर उसे चूड़ूँगा, क्योंकि वो भी मेरी ही उमर का था और उससे मुझे कई फयडे हो सकते थे, उससे मेरी पटती भी थी और हम दोनो सभी प्रकार की बात कर लिया करते थे, एक दूसरे के घर भी आना जाना था हमारा.
मैने रानी के घर पहुँच गया और डोर बेल बजाई, थोड़ी देर बाद दरवाज़ खुला तो मैने देखा की रानी की बजे उसकी कज़िन निकिताा ने दरवाजा खोला. वा क्या सेक्सी लग रही थी मेरी नज़रें उसे अप्पर से नीचे तक देखे ही जेया रही थी. उसने स्काइ ब्लू कलर की सदी काफ़ी ही आकर्षक और टाइट पहन रानी थी, जिस्मैन से उसका गोरा पेट नाभि, पीठ साफ साफ दिख रही थे. ब्लाउस भी काफ़ी लो कट पहन रखा था जिस्मैन से उसकी आधी आधी चुचिया निसचीत ही दिख रही होंगी, पेर सीने पेर पल्लू होने से मुझे नही दिख रही थी. मैं उसे अचानक वहाँ पेर देखकर चौंक गया क्योंकि रानी ने मुझ से फोन पेर उसके बारे मैं कुछ नही बतलाया था. वो मुझे देखकर दरवाजे से अलग हटी और बोली के ‘ अंदर अइियाए’ मैं अंदर जाकर सोफे पेर बैठा तो उसने बाहर का दरवाजा बाँध कर दिया. मैने पूछा की रानी कहा है. निकिताा ‘ रानी नहा रही है, आप का कैसे आना हुआए इस वक़्त ‘ मैं ‘बस यून ही इधर से गुजर रहा था तो मैने सोचा की हाल चल पूच लू, आप कब आई’ निकिताा ‘रात को ही आई हूँ दो रोज के लिए परसूं चली जाऊंगी’ मैने कहा इतने जल्दी
. निकिताा ‘ हा बचों को अकेले घर पेर छोड़ कर आई हूँ’ मैने कहा ‘अक्चा’ मैने उससे बातें करते करते उसका पूरा शरीर अपनी नाज़रू से नाप लिया था छातियाँ लग्बह 34 साइज़ के कमर की साइज़ 32 और गांद की गोलाई का साइज़ 44 रहा होगा. इतने मैं रानी नहा कर बाहर आई उसने एक बहुत हे पतले कपड़े का प्रिंटेड गाउन पहन रखा था जिस्मैन से उसके गुलाबी कलर के ब्रा और पेंटी एकद्ूम स्पष्ट दिख रहे थे. उसे देखकर निकिताा बोली की ‘ जीजई इधर से गुजर रहे थे, तो तुम्हारे हाल चल पूछने घर पेर आ गये’ और वो रानी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी. रानी भी मुस्कुराते हुए बोली ‘ जीजाजी हुमारे हाल चल तो ठीक हैं, आपके सूनाओ’
अब समझ तो मैं भी रहा था कुछ कुछ पेर मैने इंतजार करना उचित समझा क्योंकि जब तक सामने से ग्रीन सिग्नल नही मिले मैं आयेज नही बढ़ना चाह रहा था. निकिताा मेरे सामने कुर्सी पेर बैठ गये और रानी अपने बाल सूखने लगी, उसके गीले बलों मैं से कुछ पानी उसके पीठ, कमर पेर होता हुआ उसके चूतड़ पेर भी आ गया था जिससे उसका गाउन उसके शरीर पेर चिपक गया था जिसे मैं देख रहा था और निकिताा मुझे देख रही थी तो कभी मेरे लंड को पैंट के अप्पर से ही देख रही थी. शायद मान ही मान लंड की लंबाई का अंदाज़ा लगा रही होगी. रानी ने अपने बलों मैं कंघी कर कर, हुमारे लिए चाय और बिस्किट्स और स्वीट्स ले आई और मेरे पास ही सोफे पेर बैठ गयी और धीरे से जाँघ पेर चिकोटी काट दी. निकिताा अपनी कुर्सी पेर से उठी और बोली मैं अभी आई और बातरूम चली गयी, मैने रानी के तरफ देखा,
तो रानी मुझे आँख मारती हुए बोली ‘ जीजू मैने सब मामला फिट कर दिया है, अब अज्ज हम दोनो को चूत का और गांद का मज़ा लो’ मैने रानी के निपल प्रेस करता हुआ बोला ‘ तुमने उसे मेरे बारे मैं सब बता दिया है ना’ रानी ‘ हन मैने बता दिया है की आपको सेक्स मैं एक दूं खुला पं पसंद है, शरमाना नही, गांद ी गांद ी बातें पसंद हैं और गांद मारना और चाटना पसंद है’ मैं ‘क्या वो तैयार है’ रानी ‘ इसलिए तो आप को बुलाया है नही तो फोन क्यों करती’ इतने मैं निकिताा बातरूम से निकली मैं और रानी सीधा होकेर बैठ गये, निकिताा वापस अपनी कुर्सी पेर बैठने लगी तो रानी बोली ‘ अरे दीदी वहाँ क्यों बैठ रही हो हमारे पास ही आकर बैठो, आख़िर जीजाजी भी तो अपने ही हैं, इनसे क्या शरमाना’ तो निकिताा तोड़ा झिझकते हुए मेरे दूसरे तरफ एक दूं सत्कार बैठ गयी, अब अगर मैं अपना कोई भी हट हिलता तो एक तरफ रानी की चूची टच हो जाती, तो दूसरी तरफ निकिताा की. अब मैने अपना एक हाथ निकिताा की झांग पेर रख दिया और दूसरा रानी की और दोनो की झंघो को हल्के हल्के सहलाने लगा.
मैने निकिताा से कहा ‘ऐसे क्यो चुप छाप बैठी हो लो चाय लो’ और अपना हाथ उसकी गार्डेन मैं डालकर उसके गाल को अपने मुँह के सामने किया और उसे किस कर लिया. निकिताा मुस्कुराने लगी, तभी रानी ने मुझे किस करते हुए बोली ‘जीजू चलो अब जल्दी से चाय नाश्ता ख़तम करो और हम दोनो बहनो को बेडरूम मे ले चलकर जल्दी से अपनी रंडी बना डालो’ मैने कहा ‘ जो हुक्म मेरी जान’ फिर हम लोग चाय पीने लगे. मैने स्वीट्स का एक पीस उठाया और अपनी जीभ पेर रखकर जीब बाहर निकल दी रानी की तरफ तो रानी ने तुरंत ही अपना मुँह खोलकर मेरी जीभ अंदर ले ली और चूसने लगी और मेरी जीभ पेर रखा स्वीट्स का पीस खा लिया,
फिर मैने अपनी जीभ पेर एक और टुकड़ा रखा और निकिताा की तरफ जीभ कर दी उसने भी रानी की ही तरह चूस चूस कर खा गई. मैने निकिताा को अपनी गोदी मई खीचा और उसकी सदी का पल्लू हटाकर उसके बूब्स ब्लाउस के अप्पर से ही मसालने लगा. मैने कहा ‘क्या तुम्हारे पति ने कभी ऐसे मिठाई खिलाई है’ निकिताा बोली ‘नही, कभी नही, आप तो बहुत मज़े से हर कम करते हो’ मैने कहा ‘तुम्हें कैसे पता’ निकिताा बोली “मुझे रानी ने आप दोनो के बीच क्या चलता है सब बता दिया है’ अब मैने रानी की ओर देखा और उसकी चूची को गाउन के अप्पर से ही मसालने लगा रानी बोली ‘हन जीजू मैने इससे सब बता दिया है, और सुबह इससे नीलेश के ऑफीस जाने के बाद एक ब्फ भी दिखा दी है जिसमे एक लड़का और दो लड़की थे.’ मैने कहा ‘वेरी गुड’
अब हम चाय नाश्ता ख़तम कर चुके थे, निकिताा की भी काफ़ी झीखाक अब तक ख़त्म हो गये थी, और मेरा लंड खड़ा होकर सदी के अप्पर से ही उसकी गांद की दरार मैं फाशा था जिसे मैं झटका देता तो निकिताा भी अप्पर उठ जाती, मैने निकिताा के गाल सहलाते हुए बोला ‘क्या अब तुम तैयार हो एक नया आनंद पाने के लिए’ वो बोली ‘मैं नही हम दोनो तयार है’ मैने बोला ‘चलो अब दोनो रनदिओ बेडरूम मैं चलो’ और मैं उठकर खड़ा हो गया वो दोनो भी मेरे आजू बाजू खड़ी हो गयी, मैने अपने हाथो को पीछे ले जाकर उनके छूतदो पेर हाथ फेरा फिर रानी का गाउन पीछे से उठाकर उसकी छड़ी मैं हाथ डाला और उसके गांद के छेड़ को सहलाने लगा, फिर दुसररे हाथ से निकिताा की सदी को उठाकर उसकी भी छड़ी मैं हाथ डालकर उसके गांद के छेड़ को भी सहलाने लगा और बोला की अब चलो, दोनो बहने मेरे साथ चलने लगी और सीडी चढ़ने लगे
मैं पीछे से उनकी गांद को शालाए जेया रहा था, अब हम बेडरूम मैं पहुँच गये, वनहा पेर मुझे सेंट की भीनी भीनी खुश्बू आ रही थी, बेडरूम मैं खड़े खड़े हे मैने उन दोनो को अपने सामने किया और दोनो को साथ साथ किस करने लगा वो भी कभी मेरे को तो कभी एक दूसरे को किस करने लगी, यह दौर लगभग डूस मिनिट चला फिर हम तीनो हाथ गये, मैने रानी को कहा, निकिताा ने ज्वेलेरी और चूड़िया बहुत पहन रानी है इन्हे उतार दो और फिर तुम दोनो एक दूसरे को रगदकर गरम करो और अपने उपरी वस्त्रा उतरो, वो मेरा कहा मान कर निकिताा की ज्वेलेरी बैगरह उतारकर वा एक दूसरे को किस करने लगी, निकिताा भी अब गरम हो चुकी थी, मैं पलंग पेर जाकर बैठ गया और रानी और निकिताा एक दूसरे की मूँह मैं जीभ डालकर अपनी चूचिनया अपपस मैं रग़ाद रही थी, तभी निकिताा ने रानी के गाउन की डोरी कीच दी और गाउन उतार फेका,
रानी अब केवल गुअलबी कलर के लेस वेल पेंटी और ब्रा मैं थी, रानी ने भी धीरे धीरे निकिताे के कपड़े उतरने चालू कर दिया और वह भी उसे केवल काले कलर के ब्रा और पेंटी पेर ले आई, अब देखने मैं दोनो बहने एक से बदकार एक सेक्सी लग रही थी, मैं बोला ‘तुम दोनो कुटियो के चूत के बाल साफ हैं ना’ रानी ‘ हा जीजू आज सुबह ही किया हैं’ मैं बोला ‘ ठीक है अब दोनो एक दूसरे के चुचि मस्लो और आपस मैं अपनी चूत रगाडो, क्या मस्त लग रही हो दोनो बहने’ वो मेरे आदेश का पालन करने लगी और मैं भी अपने कपड़े उत्तरने लगा, अब मैने केवल अपना जोकी रियो का नेवी ब्लू कलर के अंडरवेर पेर था और उनकी तरफ देखा तो उन्होने अपनी अपनी ब्रा निकल दी थी और एक दूसरे के निपल दबा रही थी
और छिपात कर पीठ सहला रही थी. मैं उठकर उन दोनो के पास पाहूंछ गया और उन दोनो के एक एक चूचियू को मों मैं लेकर पीने लगा और दोनो की पनटी पेर हट लेजकर उनकी चूत सहलाने लगा, मैने देखा की उनकी पनटी काफ़ी गीली हो चुकी थी तभी निकिताा ने मेरे लंड को अंडरवेर के अप्पर से ही सहलाया और बोली ‘ हीईिइ जीजू कितना बड़ा और मोटा लंड है आपका, मैं तो मेर ही जाऊंगी, इतना तगड़ा तो मैने अपने जीवन मैं किसी का नही देखा, ये रंडी रानी कैसे ले लेती है आपका’ रानी बोली ‘ जीजू का इतना तगड़ा और मोटा है तभी तो मैं इनकी चुदाई की इतनी दीवानी हू, तू भी एक बार अपनी चूत मैं ले लेगी तो फिर देखना कभी किसी दूसरे मर्द से छुड़ाने की इक्षा ही नही कारूगी मेरी छीनाल दीदी’
फिर मैने निकिताा की छ्होटी सी पनटी के अंदर हाथ डालकर उसके चूत के दाने को मसालते हुए कहा ‘टू बता की तू अपने पति से कैसे चुड़वति है, और लोंगो से भी कैसे चुड़वति है’ अब रानी निकिताा के बूब्स अपने मुँह मे लाकर उन पेर हल्के हल्के काट रही थी, निकिताा बोली ‘ उहह एयाया जीजू मेरे पति का तो केवल 4-5 इंच का है, सला रोज रत को शराब पीकर आटा है, और मुझे ठीक से गरम करे बैगर ही छोड़ देता है, जब तक मैं गरम होती हू, आआहह रखही छीनाल ध्ीएरीए ध्ीएरए चूस, तब तक तो वो झाड़ ही जाता है और दूसरी तरफ मुँह करकर सो जाता है, सचिी काहू तो मैने शादी के बाद दूसरे मर्द से कभी नही चुडवाया, पेर कलाज
मैं मेरे एक बॉय फ्रेंड और उसके दोस्त ने मुझे टीन चार बार छोड़ा था, पेर उनके हतियार आपके जैसे तगड़े नही थे’ अब निकिताा मेरे अंडरवेर मैं अंदर हाथ डालकर मेरे लंड को पकड़ कर सहला रही थी, मैने कहा ‘इसका मतलब तूने दो दो लंड एक साथ ले चुकी है रंडी’ निकिताा बोली नही वो एक एक कर कमरे मैं आकर मुझे छोड़ते थे. अब मैने निकिता को छोड़कर रानी को पकड़ा और उसने अपनी जीभ मेरे मुँह मैं दल दी जिसे मैं चूसने लगा और दोनो हाथो से उसके बूब्स दबाने लगा. फिर मैने अपना एक हाथ निकिताा की पीठ मैं डालकर उसे भी ज़ोर से अपने साथ चिपका लिया और बोला ‘ तेरी यह छोटी बहन भी अपनी जवानी बिना लंड का सुख भोगे ही ख़तम कर रही थी, समय रहते मैं मिल गया वरना बिचारी की जवानी इसका पति तो ठंडी ही नही कर पता था’ फिर मैं अपने घुटने के बाल बैठ गया और रानी की पनटी को अपने मुँह से खीचकर निकल दिया और उसकी पुसी सक करने लगा वो उफफफफ्फ़ जालिम भोसरि के अब मेरी चूत मैं अपना लंड दल दे कहने लगी. फिर मैने अपने मुँह से निकिताा की भी पनटी निकली और उसकी चूत भी चूसी और दोनो की पनटी उठाकर रानी की पनटी निकिताा के मुँह मैं और निकिताे के पनटी रानी के मुँह बे घुसेड दी और बोला ‘दोनो कुटिया पहले एक दूसे की चूत का रस तो चख लो’ वो दोनो बड़े प्यार से पनटी अपने मुँह मैं डालकर चूसने लगी और निकिताा ने आगे बढ़कर मेरे औंदरवेार उतार दिया.
अब दोनो के हाथ मेरे लंड को पकड़ कर सहला रहे थे और मुँह से एक दूसरे की पनटी को चूस रही थी. फिर मैने रानी को बेड पेर लिटाकर उसके अप्पर निकिताा को 69पोज़िशन मैं लिटाया और एक दूसरे की चूत चाटने को कहा. दोनो बहाने एक दूसरे की चूत छत रही थी. दोनो की बाल रहित चूत बहुत पायरी लग रही थी और मैं कभी निकिताे की चूत को अपनी उंगलिओन से खोल देता तो कभी रानी की ताकि उनकी जीभ और अंदर जा सके दोनो उफफफफ्फ़ आआआआअ ऊऊओ चतो मेरी चूत को आआआअ और अपनी कमर उच्छल उच्छल कर छत रही थी. फिर मैने निकिता की चूत से तपाक रहे रस से अपने दोनो उंगलिया गीली करी और उसके गांद के छेड़ पेर उसको लगाया और अपनी दो उंगलिया उसकी गांद मैं एकदम से आधी आधी गहराई तक दल दी कलपना चीख पड़ी उफफफफफफफफ्फ़ आआआआआ म्म्म्माआर डाअलाअ रे मैं मारीई ये क्य्ाआ उफ़फ्फ़ कर रहे हूऊऊ प्लीज़ मेरी गांद आआआआ मनीन से उंगलियाँ निकालूओ बहुत दर्द हो रहा हाइईइ प्लीज़.
तो रानी ने उसका सिर अपनी दोनो जाँघो से अपनईए चूत पेर और दबा लिया और बोली ‘दीदी मेरा जीजू ऐसे हे चोदता है तडपा तडपा कर, अब तकलीफ़ छोड़ और मज़े ले देखना कितन मज़ा देगा ये मेरा बड़े लंड वाला जीजू ‘ फिर मैं अपनी दोनो उंगलिओन को अंदर बाहर करने लगा और उसकी गांद का जो माल निकल रहा था उसे रानी के मुँह मैं अपनी उंगलियाओं को घुसेड कर चटा देता फिर उसकी गांद मैं उंगली कर देता. फिर मैं उतक्र रानी के चूत के पास आया और उसकी गांद मैं भी उंगली डाली और उसे निकिताा को चाताया, पेर अब मेरा लंड ले ले कर रानी की गांद चौड़ी हो गयी थी इसलिए उसे उतना दर्द नही हुआ जितना की निकिताा को. फिर दोनो बहने एक दूसरे के मुँह मई झाड़ गई.
फिर दोनो एक एक कर बातरूम गयी और मेरे आजू बाजू आकर पलंग पेर लेट गयी, मैने निकिताा को बोला ‘तेरी छोटी बहन लंड बहुत अच्छा चूस्टी है, टू भी चूस कर बता की तू भी अपनी बहन की ही तरह छीनाल है या उससे ज़्यादे’ और उसके बाल पकड़ कर उसका मुँह अपने लंड के सामने कर दिया वो मेरे सोए हुए लंड को मुँह मई लेकर चूसने लगी और मेरी गोटियो पेर कभी कभी अपनी जीभ भी फेरती थी जिससे मेरे मज़ा दो गुना हो जाता था, मैने रानी को अपने अप्पर खिच कर उसके बूब्स अपने मुँह मई भर लिए और अपने हटो से उसके छोतड़ो को मसालने लगा, उदहर् अब तक मेरा लंड भी पूरी तरह टन गया था मैं उसे चूसने मैं ज़्यादा देर देना नही चाहता था क्योंकि मुझे दो दो औरूटो को छोड़ना था. रानी मुझसे बोली ‘ जीजाजी आज तो आप इस निकिताा की बर को आचे से रग़ाद कर छोड़ना, इसका भोसड़ा बना देना, सुभह से ही हरंजड़ी की चूत मैं चईटियाँ काट रही हैं’ मैं बोला की तुम दोनो की चूतू के क्या हाल करेगा मेरा यह लवाड़ा तुम अपने सामने ही देख लेना चलो अब अपनी चूत को फदवाने तैयार हो जाओ’ और मैने निकिताा के मुँह मैं से अपना लवाड़ा निकाला और उसे पलंग पेर सीधी सुलकर उसकी गांद के नीचे एक तकिया रखा और उसके दोनो पैर उठाकर अपने कंधे पेर रख लिए
और अपना लंड उसके चूत के मुँह पेर रगड़ने लगा अब वो उूुुउउफफफफफ्फ़ आआआहहाअ करने लगी और रानी की तरफ देखकर मुस्कुराने लगी और बोली ‘आआअहहाा उुउऊहह एसस्सस्स बहन हो तो ऐसी, कितना ख्याल रखती है आआअहह नूऊओ प्लेआस्ीईईई अपनी बड़ी बहन का , प्लीज़ जीजू उूउउइइ माआअ मेरी चूत मैं चेतियाँ काट रही है, प्लीज़ अब अपना ऊऊऊओफफफफफफ्फ़ मूसल अंदर दल दो ना, मैं आआआआ तड़प रही हूओ, प्लीज़ मेरी चूत को छोड़ो ना, आआआ, कुत्ते जीजू अपना लंड दल दे ना आआआअ’ मैने देखा अब उकी चूत मैं से पानी आने लगा था, मैने रानी की तरफ देखा तो उसने मुझे आँख मारकर इशारा किया और मैने उसके दोनो निपल अपने हाथ से दबाने लगा और एक तगड़ा शॉट मारा. निकिताा ‘उूुुुुउउइईईई म्म्माआअ नूऊऊ प्लेआआासए यह क्या किया, मेरी चूत फाड़ दी रीई ऊऊओहााअ’ मिने देखा मेरा लंड उसकी चूत मैं लगभग चार इंच ड्गाज़ गया था, और उसकी चूत वाकई मैं बहुत टाइट लग रही थी मैं उसके निपल्स और ज़ोर से मसालते हुए बोला ‘साली कुटिया बहंचूड़, इतना चिल्ला क्यों रही है, जैसे पहली बार अंदर गया हो तेरी मका छोड़ू दो दो बच्चों को इस चूत मैं से जान दिया फिर भी कुँवारी बन रही है,
चुप छाप पड़ी रह और लंड पूरा तो पेलने दे फिर देखना’ निकिताा की आँखो मैं से आआंसू एयेए गये और वो बोली ‘जीजू प्लीज़ धीरे धीरे डालो मैने इतना मोटा और लंबा लंड कभी नही लिया, आपका तो घोड़े से भी मोटा है, मैं मार जाऊंगीए पल्ल्लेआसए’ मैं बोला ‘तेरी ये छीनाल बहन मारी क्या, ये मधार छोड़ तो चूत और गांद पुर मज़े से मरवती है’ फिर मैने एक शॉट और मारा इस बार लंड दो इंच और अंदर चला गया निकिताा आआआआवउउइईईई न्न्न्नूऊऊओ प्लीईआसस्स्स्स्सीईई प्लीईआस्ीई निकल लो अपना लंड, मुझे नही छुड़वाना तुमसे, म्म्म्ममाआआ मार गयी रीईई, ऊऊहूओ रानी तूने मेरी चूओत फदवा दी रे रंडी प्लीज़ इस कुत्ते को बोल मुझे नही छुड़वाना ,
तू हे छुड़वा ले इश्स मूसल सीए ऊऊओहूऊओ’ रानी निकिताा के हूथ चूमते हुए बोली ‘प्लीज़ दीदी थोड़ी और हिम्मत रखो मुश्किल से दो इंच हे बाहर रह गया है फिर देखना थोड़ी देर बाद इतना मज़ा आयएएगा की बस ईससी लंड से छुड़वाने की कसम खावगी’ फिर मैने उसकी चूत मैं धीरे धीरे अनपना लंड अंदर बाहर करना चालू किया लगभा डूस मिनिट मैं वो नॉर्मल हो गयी फिर मैने अपना लंड पूरा बाहर खीचा केवल सूपड़ा ही चूत के अंदर रहने दिया और एक तगड़ा झटका मारा लंड पूरा की पूरा अंदर लेकिन इसस्स बार वो ज़्यादा चीख नही पे क्योंकि रानी ने उसके होंटो को अपने होंटो मे ले रखा था मैं बोला ‘ बस हो गया तेरा काम, गया पूरा अंदर’ और लगभग पाँच मिनिट्स के बाद उसकी साँसे नॉर्मल हुई, अब रानी ने निकिताा का मुँह छोड़ दिया था और उठकर उसकी चूत के पास आके मेरे लंड को उसकी चूत मैं फसा देख रही थी. मैने अपना लंड धीरे धीरे अंदर बाहर करना चालू कर दिया. निकिताा कुछ ज़्यादा ही चीख रही थी ‘आआआहहााअ आआहह ओफफफ्फ़ माआं मार गयी, रानी बहन की लावदि आआआअ कहाँ फसा दिया तूने, प्लीज़ इस कुत्ते को बोल आआआअ हह की निकल ले अपना लवाड़ा और तुझे अपनी चूत मैं लेना है तो ले साली कुटिया , मुझ से सहन नही हो रहा इतना बड़ा लंड आआअहहाअ’
रानी कुछ नही बोल रही थी बल्कि अपनी दो उंगली अनपी चूत मैं अंदर बाहर कर रही थी और धीरे धीरे आआ ओफफफ्फ़ कर रही थी. अब मैने निकिताा की चूत की जाम जाम कर ठुकाई चालू कर दी लगभग 30-40 शॉट चूत मैं झेलने के बाद उसे भी तोड़ा आनंद आने लगा और वो धीरे धीरे कमर उच्छल कर मेरे शॉट का जवाब दे रही थी मैने कहा ‘अब बता छीनाल मदरचोड़ तेरी चूत की खुजली कम हो रही है की नही, मज़ा आ रहा है की नही, यदि नही आ रहा है तो मैं तेरी चूत मैं से लंड निकल कर रानी की चूत मैं दल दूँगा’ निकिताा बोली ‘हहााईयइ तुम्हाइन मेरी कसम जो मेरी चूत मैं से लंड बाहर निकाला, अफफफफफफ्फ़ ओह एसस्स्स्सस्स बहुत मज़ा आ रहा है
अब, ऊऊरीए छोड़ो मुझे ज़ोर ज़ोर से, और बाहर बचा है तो अंदर दल दो चाहे मेरी बछेड़नी फॅट जाए आआआआआ ऐसे लंड के लिए तो मैं कुछ ओफफफफफ्फ़ आआआअ ककककर सकककती हुउऊउउ , आअज मुझे पता चला की लंड क्या होता है, ये चूत मैं अंदर जाकर कितना आआाफफफफ्फ़ एसस्स्सस्स मज़ा देता है रीईई, और ज़ोर से छोड़ अपनी इसस्स रंडी को प्लीज़, आआआ मज़ा आआ रहा है रे तेरा लंड बहुत सुख दे रहा है ले फाड़ दल मेरी चूत ऊऊफफफ्फ़’ फिर रानी खड़ी हो गयी और उसके दोनो तरफ पेर डालकर अपनी चूत मेरे मुँह के सामने कर दी मैं उसकी चूत की दोनो फांके अपनी होन्ट मैं दबा ली और उसकी चूत को पीने लगा.
उसने अपने दोनो हाथ से मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत पेर प्रेशर बनाना स्टार्ट कर दिया मैं समझ गया की इसकी चूत का रस टपकने वाला है, नीचे मैं निकिताा की चूत मैं जाम जाम कर शॉट मार रहा था वह उउउफफफफफ्फ़ एसस्सस्स ह करते हुए पता नही क्या क्या बेक जा रही थी. जब रानी की चूत का रस टपकने वाला था तो वह दोनो पाँव के बाल उखुरू बैठ गये और अपनी चूत को निकिता के मुँह पेर रख दिया, निकिताा ने उसकी चूत का सारा रूस अपनी जीभ उसकी चूत मैं अंदर डालकर पी लिया.
फिर रानी बाजू मैं बैठ गयी और अब निकिताा बोली की मैं भी झड़ने वाली हू, तुम भी मेरी चूत मैं ही झाड़ जाओ तो रानी मुस्कुराते हुए बोली ‘जीजू के लंड का रस अभी नही नीकेगा इतने जल्दी वो तो अपुन दोनो की चूत का कचूमेर बना कर ही झड़ेंगे, देखना’ निकिताा बोली ‘वह आअज सोने को मिला है असली मर्द के नीचे’ और वह अपनी कमर नीचे से तेज तेज चलाने लगी, मैं भी जाम जाम कर ठोकर मार रहा था, थोड़े समय मैं निकिता बोलिए ‘ उूउउइई म्म्म्माआ मैं गइईए रीई ओह मेरी चूत के अंदर से लावा निकल रहा है’ और वो झाड़ गयी. फिर मैने उसकी चूत मैं से लंड निकालकर बेड पेर सीधा लेट गया और रानी मेरे अप्पर बैठकर अपनी चोट को मेरे लंड पेर रखकर उस पेर धीरे धीरे बैठने लगी और लगभग आधा लंड अंदर ले लिया. फिर मैने एक नीचे से उसकी कमर पकड़कर एक तगड़ा धक्का दिया
और लंड जड़ तक उसकी चूत मैं घुस गया वो चीखि ‘आआआआआ हरामी ओफफफफफ्फ़ मार डाला भोसड़ी के एकद्ूम से दल दिया आआआअ नूऊ रंडी साँझ रखा है क्या मुझे ऊऊहहाअ’ फिर वह खुद ही मेरे लंड पेर उठने और बैठने लगी. लगभग डूस मिनिट बाद उसने अपनी कमर तेज़ी से चलना चालू कर दिया और अपनी कमर को गोल गोल घुमा कर मटक मटक कर मेरा लंड अपनी चूत मैं ले रही थी और बोल रही थी ‘ ले जीजू ओफफफफफ्फ़ ऊऊओहाअ मैने टुजे आअज दो दो चूतो का मज़ा दिया है, अब तू भी मुझे दो दो लुंडो का मज़ा देना, अपना प्रॉमिस याद है ना आआआअहहााअ ममममा ‘ मैने कहा ‘ज़रूर डोंगा दोनो लंड तुझे जररूर मैइलेंगे एकसाथ तेरी गांद और चूत फाड़ेंगे’
निकिताा अपने दूधो को सहलाती हुए बोली ‘ओहो मेरी छोटी बहन इतने बड़ी रंडी बन गयी की दो दो लंड लेगी एक साथ’ मैं बोला ‘एक रोज इसको चार चार लंड का मज़ा भी दिलाऊँगा तुम देखना’ और मैने नीचे से अपनी कमर तेज तेज चलना छल्लो कर दी रानी ‘आआआआ वववववूऊओ आआआअ छोड़ो और छोड़ूऊव फाड़ दो मेरी चूओत को ‘ आआआअ कहते हुए झाड़ गयी, लगभग 5 मिनिट मैने रानी को उसके झड़ने के बाद भी छोड़ा और बोला की अब मैं भी आने वाला हूओ तुम दोनो बहाने अपना मुँह खोलकर मेर लंड के सामने काररो’ फिर रानी ने अपनी चूत मैं से मेरा लंड निकाला और दोनो बहने अपना मुँह खोलकर जीभ बाहर निकल मेरा लंड अपने हाथ से जल्दी जल्दी आगे पीछे करने लगी फिर मैने अपने वीरया के टीन फवरे रानी के मुँह मैं और चार फवरे निकिताा के मुँह मई छोड़ कर झाड़ गया. मेरे वीरया दोनो बहनो ने पी लिया और जो नीचे गिरा था उसे छत छत कर साफ कर दिया. निकिताा बोली ‘ववववाआहह जीजू आपका माल कितना गढ़ा और स्वादिष्ट है’ मैं बोला ‘आअज्जज दिन भर इससे ही पीना है तुझे’ हमारा यह चुदाई प्रोग्राम पुर पचास मिनिट चला. अब दोनो बहाने मेरे अजजु बाजू चिपक कर लेट गयी. निकिताा के चेहरे पेर एक अससीम तृप्ति के भाव थे लेकिन साथ ही लंबी चुदाई की थकान भी थी.
रानी मेरे पास से उठी और अपने कपड़े पहनने लगी. मैने कहा ‘कान्हा जा रही हो’ रानी बोली ‘जीजू मैं नीचे किचन मैं जा रही हू, खाना बनाओँगी फिर अपुन सब साथ मैं खाकर, मैं अपनी एक सहेली के यहाँ चली जाओंगी, शाम को 6-7 बजे तक वापस आ जाओंगी’ मैने हेस्ट हुए निकिताा के गाल सहलाए और कहा ‘फिर तेरी बहन कौन चुड़ाएगा’ रानी बोली ‘मेरी बहन खुद ही जी भर कर आपसे छुड़ा लेगी, अब आज आप इसके ही मज़े लो मेरे को तो आप कभी भी छोड़ सकते हो पेर यह बार बार नही आ सकती’ और वह अपने कपड़े पहन कर नीचे किचन मैं चली गयी. अब मैं और निकिताा बेड पेर अकेले नंगे पड़े हुए थे, और एक दूसरे के शरीर से खिलवाड़ कर रहे थे. वा मेरे लंड पेर फिर हहात घूमने लगी और
मैं उसके होंठो को चूमता हुआ उसके छूतदो को मसालने लगा, और एक उंगली कभी कभी उसकी गांद के काले छेड़ पेर घुमा देता. मैने बोला ‘डार्लिंग पसंद आया की नही मेरा लंड’ निकिताा ‘बहुत जीजू, शुरू मैं तो ऐसा लगा की मेरी चूत ही फॅट जाएगी पेर बाद मैं बहुत मज़ा दिया आपके इस लंड ने, अब आप जब भी छांहे मुझे छोड़ सकते ही, कितनी ही बार छोड़ सकते हैं, आज मुझे कितना सुख मैला मैं आपको शब्दो मैं नही बता सकती’ मैने कहा ‘क्या तुम एक और सुख लेना चाहोगी’ निकिताा ‘कायूं सा सुख’ मैं ‘तुम्हारी गांद मैं सुख, अब मेरा लंड तुम्हारी चूत के बाद तुम्हारी गांद की सैर करना चाहता है’ वो बोली ‘जीजू आपने मुझे आज जो सुख दिया है उसके बदले आप मेरी जान भी माँगो तो कम है, आप की इक्षा है तो मैं गांद जररूर मर्व्ाऊंगी, आख़िर जब रानी गांद मरवा सकती ही तो मैं क्यों नही, चाहे मेरी गांद फॅट जाए, मैं अपपसे गांद ज़रूर मरवओंगी’
फिर हम दोनो बातरूम गये और पेशाब किया, लौटते समय मैं वाहा से वेसलिने की शीशी उठा लाया और निकिताा को बेड पेर पेट के बाल लिटा दिया, और उसके दोनो पैर छोड़े कर उनके बीच बैठ गया, वह बोली क्या कर रहे हो, मैं बोला तेरी गांद को पहले तैयार करना पड़ेगा, फिर मैने उसके दोनो छूतदों को दोनो हाथ से पकड़कर फैलाया जिससे उसकी गांद की दरार और बड़ी हो गयी और गांद का गुआलबी छेड़ ईकडुम स्पष्ट दिखने लगा, मैने पहले अपनी नाक लेजकर उसकी सुगंध ली और फिर जीभ से उसकी गांद चाटने लगा वो बोली ‘कुत्ते यह क्या कर रहा है मेरी गांद मैं गुदगुदी हो रही ही, आआअहह’ मैं बोला ‘बहँचोड़ अभी होने दे गुदगुदी, अभी दर्द भी होगा जब लंड अंदर जाएगा’ निकिताा ‘प्लीज़ धीरे धीरे डालना मैने पहले कभी गांद नही मरवाई, ज़्यादा दर्द होगा तो मैं नही मर्व्ाऊंगी गांद ’ मैने उसकी गांद को चाटते हुए बोला ‘मेरी जान तोड़ा दर्द सहलेना फिर देखना गांद मरवाने मैं कितना मज़ा आता है, तेरी छोटी बहन की तो जब तक गांद नही मारू टब तक जाने ही नही देती है, कहती है
मुझे गांद मरवाना चूत मरवाने से ज़्यादा पसंद है’. अब मैने उसकी गांद मैं से जीभ निकल ली और उसकी गांद मेरे थूक से गीली हो गयी थी, मैने अपने उंगली उसके गांद के छेड़ मैं दल दी और तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा वह ‘उफ़फ्फ़ ुआअफ़फ्फ़ आआआः उफफफ्फ़ आआफफफफ्फ़ एयाया न्न्नूऊ आहह मज़ा एयेए रहा है दोनो आआअहह उंगलियाँ दल दो गांद मैं’ कहने लगी. मैने लगभग 5 मिनिट तक उसकी गांद मैं उंगलियाँ चलकर उसका छेड़ अकचे से फैला दिया. फिर मैं वान्हा से उठकर पलंग के किनारे अपने दोनो पैर नीचे करके बैठ गया और बोला ‘ले अब मेरा लंड आचे से चूम कर तैयार कर अपनी गांद मैं लेने के लिए, जितना आचे से चूमकर तैयार करेगी उतना ही कम दर्द होगा’ वा मेरे सामने ज़मीन पेर बैठ गयी और मेरा लंड अपने हाथ से पकड़कर हिलने लगी और उसका सूपड़ा निकालकर अपनी जीभ उस पेर गोल गोल घूमने लगी. फिर मेरा लंड उसने मुँह मे ले लिया और मुँह आगे पीछे करने लगी. अब मेरा लंड खड़ा होना चालू हो गया और पूरी तरह टन गया. मैने कहा ‘आआअहह निकिताा ले ले इसे पूरा अपने मों मे ले ले ओह, साली तू तो बड़ा अच्छा लंड चूस्टी है, ले मेरी जान ईससी पूरा खा जा, तोड़ा सा भी ना बचे बाहर’
उसने मेरा रोड की तरह खड़ा लंड अपने मूँछ मैं और लेना चालू किया अब मैं उसके बलों को एक हाथ से सहला रहा था तो दूसरे हाथ से उसके बूब्स खीच रहा था. वा मेरा लंड धीरे धीरे मूँछ आगे पीछे करती हुए और अंदर किए जेया रही थी और धीरे धीरे उसने पूरा का पूरा लंड अपने मुँह मैं ले लिया. मैने उसके सिर को पकड़ कर और अपने लंड पेर दबा लिया और एक मिनिट तक दबाया रहा. उसकी साँसे फूलने लगी और वा मुँह मैं से गूओं गूऊवन की आवाज़ करने लगी, मैने उसका सिर छोड़ा तो उसने पूरा लंड बाहर निकाला और सांस लेकर फिर से पूरा लंड मुँह मैं ले लिया मैं बोला ‘वा छीनाल क्या लंड चूस्टी है, वा मज़ा आगेया तू तो रानी से भी अच्छा लंड चूस्टी है रे’ उसने मेरा लंड ऐसे ही 5 मिनिट और चूसा. फिर मैं बोला चल अब असली रस लीला करते है.
मैने उसे फिर प्लानग पेर किनारे पेर घोड़ी बनाया और उसके गांद के छेड़ पेर वेसेलिने लगाई और अपने लंड के सूपदे पेर भी आचे से वेसलिने लगाकर अपना लंड उसकी गांद के छेड़ पेर टेक दिया और उसको बोला की गांद को सिकोड़ना नही फैलने की कोशिश कर, वा अपने गांद फैलने की कोशिश करने लगी, मैने मओका देखा और झट से लंड उसकी गांद मैं दल दिया और उसकी कमर को आचे से पकड़ लिया वा बहुत ज़ोर सी चीख पड़ी ‘आआअहहाअ उूुुुुउउइइ माआअँ बचाऊ, छ्चोड़ो उुउऊहह, प्लेआस्ीई नो आआअहह’ और कमर को छुड़ाने का प्रयास करने लगी पेर मेरे हंतो की मजबूत पकड़ से नही चूत पाई और मैने एक शॉट और मारा इस बार तो वह और ज़ोर से चीखी ‘आआअहहाा प्लीज़ निकलो अपने लंड को मेरी गांद मैं से आआअहह बहुत दुख रही है, आओउउउइईई माअं बचाओ मैं मार गयी रे आआअहहाअ’ मेरा आधा लंड उसकी गांद मैं जा चक्का था. इतने मैं रानी किचन मैं से भागती हुए आआी और बोली ‘प्लीज़ दीदी इतना मत छिल्ाऊ,
आपकी आवाज़ बाहर तक जा रही है कोई क्या सोचेगा, प्लीज़ जीजाजी आप भी धीरे धीरे करो’ निकिताा ने रानी को खा जानी वाली नज़रों से देखा और कहा ‘साली कुटिया तुझे मेरी आवाज़ की पड़ी है, यहाँ मेरी गांद फॅट गयी है वो, देख इस कुत्ते ने मेरी गांद फाड़ दी है, और मैं कह रही हूँ की निकल मुझे नही मरवाना तो यह गन्दू और अंदर लंड करे जा रहा है, आआहहाअ साली मधर्चोड़ मुझे फसकर खुद बेर भाग गयी, अब बोल अपने इस हरामी पिल्ले से की मुझे नही मर्वानी गांद , अपना लंड बाहर कर ले ये मधर्चोड़’ मैने कहा ‘ठहरजा बहँचोड़ अभी बताता हूँ तुझे गली देना’ और अपना लंड बाहर खिछा और सूपड़ा अंदर रहने दिया और एक तगड़ा झटका जो दिया उसकी गांद पेर तो मेरा लंड पूरा के पूरा जड़ तक अंदर चला गया. रानी ने मुझे यह करते हुए देख लिया तो वा फूरान निकिताा के मूँछ के पास आई
और उसका मुँह ज़ोर से अपने हाथ से दबा लिया उसकी चीख अंदर ही घुट कर रह गयी पेर आँखों मैं से आँसू ज़रूर निकल आए. वा अपनी कमर मटका कर छुड़ाने का प्रयास कर रही थी पेर मेरे मजबूत हाथो से उसकी कमर तो नही चूत पा रही थी, गांद मटकने के कारण बल्कि लंड अपने आप ही अंदर बाहर हो रहा था उसकी गांद मैं. मैने उसे उसी पोज़िशन मैं 4-5 मिनिट पड़े रहने दिया, फिर रानी ने उसका मुँह छोड़ा तो अब वह चीख नही रही थी रानी बोली ‘सॉरी दीदी, पेर यह ज़रूरी था नही तो तुम इतना ज़ोर से चीखती की पूरा मुहल्ला इकाता हो जाता’ वो बोली ‘आआहह्ा ठीक है रानी पेर मैं तो मेर गयी रे मेरी गांद फॅट गयी है आआहहाअ बहुत अंदर जा कर फसा है इसका लंड. आअहहाअ तू कैसे मरवती है रे अपने गांद ’
रानी ने फिर उसके बूब्स सहलाए और उसको किस किया और फिर उठकर मेरे पास आई और मुझे किस करते हुए निकिताा की गांद मैं मेरे फेज़ हुए लंड को देखकर मुस्कुराती हुए बोली प्लीज़ जीजू अर्रम से और वान्हा से चली गयी.
अब निकिता भी थोड़ी नॉर्मल हो गयी. मैने कहा ‘बस हो गया डार्लिंग अब बस मज़ा ही मज़ा आएगा अब मेरे लंड ने तेरी गांद मैं अपनी जगह बना ली है’ और अपना लंड धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा. निकिताा ‘आआअहहाा ओईइ माआंन्न फाड़ दी मेरी गांद तूने रीईईईई आआहहाअ नूऊऊऊ एसस्स्स्सस्स अहहाा प्लेआआसीईए’ करते रही. फिर थोड़ी देर बाद मैने पूछा ‘अब कैसा लग रहा है कुट्तिीई डार्लिंग’ तो वो बोली ‘आअहहाअ अब मज़ा एयेए रहा है प्लीज़ और ज़ोर से लंड डालो अंदर’ मैने फटा फॅट अपने लंड की स्पीड बढ़ा दी वो ‘आआअहहाअ ओउुुुुउउ आआआ मज़ा एयेए गया रीए बहुत अच्छा लग रहा है और पेल मेरी गांद मैं आआआआआ फाड़ दे मेरी गांद बहँचोड़, तूने पहले मेरी गांद क्यों नही मारी साले,
वाआह मज़ा एयेए रहा है रीए, आअहहाअ, और पेल अपना लंड मेरी गांद मैं आअहहाा वा तू तो बहुत आचे से गांद मैं मज़े दे रहा है री आआहहाअ’ मैने उसकी गांद कुटिया बना कर 15 मिनिट तक मारी फिर उसकी गांद मैं से लंड निकल लिया मैने देखा की उसकी गांद अब एक 3 इंच छोड़े सुराख की तरह हो गया है और वा उसे बाँध करने की कोशिश अपनी गांद दबा दबा कर कर रही है पेर उसे बंद होने मैं एक मिनिट लग गया. अब मैने उसे खड़ी कर उसका मुँह दीवाल की तरफ कर दीवाल पेर उसके दोनो हाथ टेक दिए और उसने अपनी कमर पीछे कर दी
और मैने उसकी गांद मैं अपना लंड फिर दल दिया इस बार वा खुद ही मेरे लंड पेर ढके लगा रही थी. मैने कहा ‘वा निकिता मेरी जान मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है, तेरी गांद बहुत टाइट है , वाह तेरी जवानी की कसम अब तक जितनी भी औरूटों की गांद मारी है सबसे मजेदार तेरी ही गांद लगी’ वा भी ‘ओफफ्फ़ अया’ करते हुए अपनी गांद मरवती रही और पूरा कमर उसके छोतदों के मेरी जाँघ पेर टकराने की आवाज़ से और आअहह आआआ की आवाज़ से गून गया. लगभग डूस मिनिट बाद मैं उसकी गांद मैं ही झाड़ गया. उसने मेरे लंड अपने मुँह मैं लेकर छत कर साफ किया और अपनी पनटी उठाकर लंड सफ़फ़ किया और अपनी गांद भी.
हम दोनो ने रत को 10 बजे तक मज़े ईससी तरह किए मैने उसकी दो बार गांद और मारी और चार बार उसे छोड़ा. फिर हम लोग कपड़े पहन कर नीचे आ गये. रानी ने चाय बनाई और मेरा लंड निकालकर 2 कप जिनमे आधे आधे कप चाय थी उनमे मूतने का बोला जिन्हे मैने अपने पेशाब से पूरा भर दिया, उन दोनो ने उन कप्स को उठाया और चाय मे मिली मेरी पेशाब भी चाय के साथ पी गयी. जब मैं घर जाने लगा तो निकिताा आकर मेरे गले से लिपट गयी और ज़ोर ज़ोर से रोने लगी बोली की आज अपने मुझे जो सुख दिया है उसका क़र्ज़ मैं कैसे उतार पाऊँगी, प्लीज़ मुझे अपनी बीवी बना लो मैं अब उस नमार्द पति के पास नही रहना चाहती हूँ. मैने और रानी ने उसे बड़ी मुश्किल से चुप कराया और कहा जब भी छुड़ाने का मान करे रानी के घर आ जाना मैं हाजिर हो जाऊँगा औरे मैने उन दोनो के ज़ोर ज़ोर से बूब्स प्रेस किए और उन्हे किस करता हुआ अपने घर के लिए निकल पड़ा.