आज जो आपको मैं कहानी सुनाने जा रही हूं। उसको सुनकर आप हैरान ही नहीं परेशान भी हो जाएंगे। अक्सर ऐसा होता नहीं है जैसा आपको इस कहानी में सुनने को मिलेगी पर यह मेरी सच्ची कहानी है और आज मैं सभी लोगों के सामने नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने जा रहे हूँ। यह मेरी पहली कहानी इस वेबसाइट पर है मैं इस वेबसाइट की बहुत बड़ी फैन रही हूं। रोजाना यहां पर आकर सेक्स कहानियां पढ़ते हो तो आज मुझे भी मौका मिल गया कि अपनी कहानी आप लोगों के साथ शेयर करूँ।
मेरा नाम डिंपी है मेरी मां का नाम सरिता है मैं 20 साल की हूं और मेरी मां 40 साल की है। मम्मी की दूसरी शादी हुई है जो मेरे नए पापा हैं वह 50 साल के हैं और उनका एक बेटा है जो 23 साल का है। मेरे जो नए पापा हैं उनकी पत्नी का देहांत हो गया इसलिए उन्होंने मेरे मम्मी के साथ शादी किया है। और जो मेरे पापा हैं वह मम्मी को छोड़कर अपने से बहुत छोटी उम्र की लड़की के साथ शादी करके गुजरात में सेटल हो गए।
या सीधा सीधा कहिए मेरे पापा में मां बेटी को छोड़ दिए हैं और अपने से कम उम्र की लौंडिया के साथ गुलछर्रे उड़ा रहे। ऐसे में एक औरत का और एक लड़की का जीना बहुत मुश्किल हो जाता है आजकल के समाज में। जिसके सर पर पापा का साया नहीं हो उसको बहुत ही दिक्कत झेलने को मिलते हैं जिंदगी काटने मुश्किल हो जाती है शायद मैं उसको अपने शब्दों में बयां नहीं कर सकती। इसी वजह से मैंने ही मम्मी को शादी करने के लिए बोली ताकि हम लोगों की जिंदगी आगे अच्छी तरीके से हो सके। मैं तो कल शादी करके कहीं और चली जाती पर मेरी मम्मी कहां जाती मम्मी को तो एक सहारा चाहिए था।
अब मैं सीधे कहानी पर आ जाती हूं क्योंकि मैं समय बर्बाद नहीं करना चाहती। मेरी मम्मी का जब शादी हुआ था तो हम लोग दिल्ली से नोएडा आ गए थे नोएडा में मेरे नए पापा का फ्लैट है। मम्मी के साथ-साथ मैं भी आ गई। मेरे नए पापा बहुत ही नेक इंसान हैं उनका बहुत बड़ा बिजनेस है कारोबार है पैसे की कोई कमी नहीं है। वह मेरा बहुत ख्याल रखते हैं जब से शादी की बात चली थी मेरे मम्मी के साथ तब से वह मुझे बहुत मानते हैं बहुत प्यार करते हैं।
पर मेरा सौतेला भाई एक नंबर का आवारा लड़का है। वह पढ़ने जाता है लड़कियों को अपने काम में घूम आता है ऐश करता है। और सच पूछे तो मुझे ऐसे लड़के बहुत पसंद हैं जो बिंदास तरीके से अपनी जिंदगी को जीते हो। मैं भी चाहती हूं मेरा पति ऐसा ही मिले जो बिंदास हूं। भले वह किसी और लड़की के साथ घूमने फिर मुझे कोई मतलब नहीं है पर वह मुझे ना रोके तू कि मैं ऐसा दूल्हा चाहती हूं अपने लिए।
शादी के दिन काफी भीड़भाड़ वाला दिन रहा था उस दिन हम सभी को अच्छे से सोने को भी नहीं मिला था क्योंकि सुबह के 5:00 बज गए थे। दिन में हम लोग आराम की और शाम को मैंने और मेरे सौतेले भाई ने दोनों मिलकर घर को पूरी तरीके से सजाया ताकि मम्मी पापा हमारी सुहागरात का आनंद अच्छे तरीके से ले सके। रात को करीब 10:00 बजे मेरी मम्मी सज धज के पापा के कमरे में चली गई और अंदर से दरवाजा बंद हो गया। मैं और मेरा सौतेला भाई दोनों सोने के लिए जाने लगे तभी मेरा सौतेला भाई बोला कि तुम एक काम क्यों नहीं करते अच्छा तो भी मेरे कमरे में ही सो जा।
मैं बोली नहीं नहीं मैं अपने कमरे सोऊंगी। पर उसने मुझे कहा कि आजा तुम अकेले फील करोगे आज कल से जहां मर्जी सो जाना पर आज तो मेरे कमरे में ही सोचा तुम चिंता ना करो मैं तुम्हें कुछ नहीं करूंगा तू मेरी बहन है। तो मैं बोली अगर मैं तेरी गर्लफ्रेंड होती तो क्या तू कुछ करता क्या ? एक रात को मेरी गर्लफ्रेंड मेरे बिस्तर पर सो जाए और मैं उसको कुछ ना करूं। और हम दोनों ही हंसने लगे और मैं उसके कमरे में सोने को राजी हो गई उसके कमरे में दो बेड लगा हुआ था।
हम दोनों अलग-अलग बेड पर लेट गए और मैं मोबाइल फोन पर नॉनवेज story.com ओपन करके देखने लगे की कोई नई कहानी तो पोस्ट नहीं हुई है। एक बड़ी ही हॉट कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर मुझे मिली जहां पर एक सौतेले भाई और एक सौतेली बहन की कहानी थी बढ़ाई सेक्सी और मजेदार कहानी पढ़कर मुझे लगा कि मैं भी तो ऐसे रिश्ते बना सकती हूँ।
तभी मेरा सौतेला भाई कुछ पूछा पर मुझे ठीक से सुनाई नहीं दे रहा था क्योंकि रूम में पंखा चल रहा था। जब वह कुछ बोलता तो मैं फिर से उसको कहते कहने के लिए और जब मैं कुछ कहती तो वह मुझे कहता कि क्या बोले क्या बोले। मेरा भाई मुझे अपने ही आने को कहा कि आजा बातें करते हैं फिर तुम अपने बेड पर सोने के लिए चली जाना। मुझे अच्छा नहीं लग रहा था क्योंकि मैं भी अकेली थी गर्म कर रही हो बेटी तो तन्हा महसूस करेगी जवान हो। शायद मम्मी मेरी शादी करवा दे फिर वह खुद शादी करते तो अच्छा होता पर उन्होंने अपनी शादी पहले कर ली। भले मैंने ही उनको शादी के लिए बोला था पर उनका भी फर्ज बनता था कि पहले अपनी बेटी का शादी किसी तरीके से हो जाए।
खैर छोड़िए यह पर्सनल बातें हैं और पुराने हो चुके हैं दिल में आया इसलिए मैं आप लोगों के साथ शेयर कर दी हूं। अब हम दोनों एक ही बेड पर लेट कर बातें करने लगे वह अपनी मम्मी के बारे में बताने लगा और मैं अपने पापा के बारे में हम दोनों एक दूसरे के बातों को ध्यान से सुन रहे थे तभी मम्मी की चिल्लाने की आवाज आई। हम दोनों चुपचाप हो गए और ध्यान से सुनने की कोशिश करने लगे कि क्या हुआ है। अरे यार यह तो बात ही कुछ और है मम्मी कह रहे थे धीरे-धीरे डालो। बहुत दर्द हो रहा है बहुत दर्द हो रहा है।
गांड कल मार लेना आज तुम मुझे चुदाई में ही संतुष्ट कर दो। जैसे ही यह बात हम दोनों ने सुने चुपचाप एक दूसरे के मुंह को देखने लगे फेस को देखने लगे। उसके बाद एक दूसरे को देख कर मुस्कुराने लगे। मेरी मम्मी भी इतनी पागल थी कि जब उनको मेरे नए पापा धक्के देकर चोदते थे तब वह हाय हाय हाय हाय ओह ओह ओह ओह की आवाज निकालती थी। सच पूछो तो मम्मी पापा की चुदाई की सेक्सी बातों को सुनकर और उन दोनों के सेक्सी आवाज को सुनकर हम दोनों भाई बहन का भी मन डोल गया।
मेरी चूत गीली हो गई थी उसने मुझे पकड़कर चूमना शुरू कर दिया मैंने उसको बोला पहले दरवाजा तो ठीक से बंद कर लो। वोट कर तुरंत ही दरवाजा बंद किया और वापस आते हैं मेरे सारे कपड़े तुरंत ही उतार दिया। मेरी बड़ी-बड़ी चूचियां मसलने लगा मेरे निप्पल को दांतो से दबाने लगा मेरे होंठ को चूसने लगा अपना जीभ मेरे मुंह में डालने लगा।
उसने मुझे 2 मिनट के अंदर ही वासना की आग में धकेल दिया था उसने मेरी चूत को चाटने शुरू कर दिया गांड में उंगली डालना शुरू कर दिया। मेरे होंठ को ऐसे चूस रहा था मानो कुछ चीज उस में छुप गया हो उसका उसी को निकालने की कोशिश कर रहा है। बहुत हॉट और सेक्सी अंदाज से वह मेरे जिस्म के साथ खेल रहा था मैं भी कम नहीं थी मैं भी वासना में भर गई थी और मैं तुरंत उसका लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले ली। उसका लंड चूसने लगे बहुत मोटा और लंबा लंड था उसका।
वह मेरे जिस्म के साथ खेल रहा था अब मैं भी उसके जिस्म के साथ खेलना शुरू कर दी थी. मैं उसके लंड को ऐसे चूस रही थी मानो कोई आइसक्रीम हो। मैंने अपनी टांगे फैला दी क्योंकि मेरी चूत काफी गर्म और गीली हो गई थी वह तुरंत ही आकर मेरे चूत के पानी को अपने जीभ से चाटने लगा। मैं खुद ही अपने होंठ को अपने दांतो से दबाने लगी। मैं अपने होंठ को बार-बार गिला करती क्योंकि मेरा होंठ बहुत जल्दी जल्दी सूख रहा था। मैं खुद ही अपने चुचियों को अपने हाथों से मसलने लगे अपने निप्पल को दोनों उंगलियों से दबाने लगी।
उसने अपना लंड निकाला और मेरे चूत के छेद पर लगाया दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखा मेरे चोरी गांड उसके लंड के पास थे बीचों बीच में अपना लंड लगाकर मेरे चूत में कस के धक्का मारा पूरा का पूरा लंड मेरी चूत के अंदर समा गया। अब शुरू हो गई चुदाई मेरी। उधर मम्मी को पापा चोद रहे थे इधर भाई अपने बहन को चोद रहा था। उस कमरे में मां बाप की चुदाई इस कमरे में भाई बहन की चुदाई।
गजब का माहौल बन गया था वह मुझे जोर जोर से चोदने लगा मेरी गांड को चाटने लगा मेरे होंठ को चूसने लगा अपना जीभ मेरे मुंह में डालने लगा। मैं काफी ज्यादा कामुक हो गई थी मैं भी गांड घुमा घुमा कर उसके लंड को अपने चूत के अंदर लेने लगी। मैंने उसको पटक कर नीचे कर दिया और मैं उसके ऊपर चल गई उसका लंड लेकर अपनी चूत के छेद पर रख कर खुद ही घुसा ली अपने अंदर। जोर जोर से धक्का देने लगी वह मेरी चूचियों को मसलने लगा मैं जोर जोर से धक्के दे रही थी वह नीचे से धक्के दे रहा था मैं ऊपर से दे रही थी।
करीब 1 घंटे तक मेरा भाई मुझे खूब चोदा। जब मैं दो बार झड़ गई तो मैंने खुद उसको बोली कि बस कर आज के लिए। उसने जल्दी से अपना लंड हिला हिला कर हस्तमैथुन करके अपना सारा माल मेरे बूब्स पर गिरा दिया। और फिर हम दोनों एक दूसरे को चूमते हुए गले मिलते हुए कपड़े पहने। तब तक मम्मी पापा भी अपना काम खत्म कर चुके थे वह दोनों बाथरूम बारी-बारी से जा रहे थे क्योंकि जब वो फ्लश चलाते थे तो आवाज आ रही थी।
एक दिन में ही मां बेटी दोनों की चुदाई बाप बेटे के द्वारा। उधर मेरे मम्मी पापा सुहागरात बना रहे थे इधर मेरा सौतेला भाई मेरी चूत के छेद को चौड़ा कर रहा था। यह मेरी सच्ची कहानी है उस दिन के बाद से हम दोनों भाई बहन साथ ही सोते हैं दरवाजा लगा देते हैं। उधर मम्मी पापा एक दूसरे के जिस्म को सकते हैं इधर हम दोनों एक दूसरे को अपने जिस्म को सौंपते हैं।