बेटे ने मलिश करते करते माँ को चोदा

कल रात मेरा बेटा मुझे चोद दिया। कभी भी एक जवान बेटे को मालिश करने के लिए नहीं बोलना चाहिए। पता नहीं बेटे का कब नियत खराब हो जाए या मा का नियत कब खराब हो जाए कुछ नहीं पता दोस्तों आज कल की दुनिया बहुत बदल गई है। ध्यान से रहना जरूरी है नहीं तो आपको कोई भी चोद सकता है। इसलिए एक कहावत है सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। यही कल रात को मेरे साथ हुआ मेरी भी सावधानी हट गई थी। मैंने अपना पेटिकोट ऊपर कर लिया था। थोड़ा सा घुटने से ऊपर और मेरे गोरे गोरे पैरों को देखकर उस पर तेल लगाते हुए बेटे को पता नहीं क्या हुआ और फिर कैसे उसने मुझे चोदा इस इस कहानी के माध्यम से आपको सेक्सी हिन्दी स्टोरी पर लिखने जा रही हूं।

पहले मैं आपको अपने बारे में बता देती हूं कि मैं कौन हूं कहां के रहने वाली हूं मेरा बेटा कितना बड़ा है। और यह नौबत क्यों आई कि मैं अपने बेटे को ही अपने जिस्म को सौंप दी और बेटे ने रात भर मेरे जिस्म के साथ खिलवाड़ करता रहा और वासना की आग में जलाता रहा।

मेरा नाम संध्या है मैं 42 साल की हूं मेरे पति तलाक ले चुके हैं। इसलिए मैं अपने बेटे के साथ रहती हूं पैसे से मैं एक टीचर हूं स्कूल में पढ़ाती हूं। और अपनी जिंदगी बड़े मौज से जीते हैं। जब मेरी शादी हुई थी खुशहाल जिंदगी थी। करोड़ों की जायदाद थी। पर एक मेरा पुराना बॉयफ्रेंड मेरी जिंदगी को खराब कर दिया। क्योंकि मैं जब कुमारी थी तब से वह मेरे साथ सेक्स संबंध बनाता था। और शादी के बाद 1 दिन दबाव बनाया और उसने मेरे साथ संबंध बनाया और यह सब मेरे पति ने देख लिया। उसी दिन उसने तलाक देने का निश्चय कर लिया कोर्ट कचहरी करने के बाद मुझे तलाक तो मिल गया दोस्तों पर मेरी जिंदगी मैं अकेलापन आ गया मैं अकेले रहने लगे अपने बेटे के साथ।

किसी चीज की कमी तो नहीं रही जिंदगी में क्योंकि इतना मुझे दौलत तलाक के बाद मिल गया कि अपने लिए फ्लैट खरीदी और बच्चों की परवरिश के लिए मेरे पास काफी पैसे आ गए थे। मैं अपने बेटे को इंजीनियरिंग पढ़ा रही हूं। और हम दोनों की जिंदगी खुशी खुशी चल रही है मैं भी स्कूल जाती हूं वहां पर अपने स्टूडेंट को पढ़ाते हो और फिर पढ़ाती हूं और शाम को घर आ जाती हूं।

शुरुआत की लाइफ को बड़े अच्छे से जिया, और अभी भी मैं अपनी लाइफ को अच्छे से जीती हूं ब्यूटी पार्लर जाती हूं पार्क जाती हूं योगा करती हूं अपने लिए अच्छी-अच्छी ड्रेस खरीद कर लाती हूं। पहनती हूं सच बताऊं दोस्तों आज मैं 42 साल की हूं पर दिखने में ऐसी लगती हूं कि मानो मैं 25 साल की एक लड़की हूं। जिसकी शादी भी अभी नहीं हुई मैं ऐसी दिखती हूं क्योंकि मैं अपने आपको खूब मेंटेन करके रखी हूं।

34 साइज की ब्रा पहनती हूं गोरी हूं खूबसूरत हूं लंबे-लंबे मेरे बाल हैं चूचियां मेरी टाइट है गोल गोल गांड है मैं अपने आपको स्लिम तो नहीं कहूंगी। पर हां गदराया हुआ बदन है। एक हॉट और सेक्सी औरत हूं। लोग मुझे बहुत घूर घूर कर देखते हैं। पर मेरा प्रोफेशन ही टीचर का है तो आपको भी पता है समाज में टीचर की एक इज्जत होती है इसलिए मैं वैसे नहीं कर पाती हूं। मन मसोस कर रह जाती हूं। मन तो करता है किसी को बॉयफ्रेंड बना लूं पर डरती हूं पता नहीं कब कौन देख ले और फिर इज्जत पर बात आ जाए दोस्तों।

अब मैं सीधे कहानी पर आती हूं कि जब इतना मन मसोस कर रही यह सब बात सोचते रहे कि मुझे कुछ करना नहीं है अपनी जिंदगी को अच्छे से जीना है पर बेटे ने वह सब करने के लिए मुझे मजबूर कर दिया जो मैं करना नहीं चाहती थी। 1 दिन की बात है मेरा बेटा सेकंड सेमेस्टर में पड़ता है। वह घर आया हुआ था। मैं सरोजनी नगर दिल्ली में रहती हूं। आपको पता है दोस्तों जब बच्चा कॉलेज से घर आता है। तो मां को कितनी खुशी होती है वैसे ही खुशी मुझे भी हुई और लाड प्यार थोड़ा ज्यादा करने लगी। और बेटा जब। एक को हो और कोई संतान नहीं हो पति भी नहीं हो तो लाड प्यार और भी ज्यादा बढ़ जाता है दोस्तों।

गले मिलना हाथ मिलाना बेटे को पीछे से आकर पकड़ लेना जब मैं रोटियां बोल रही होती हूं तो वह मेरे पीछे से पकड़ कर खड़े रहना यह सब तो आम बात थी। पर मेरे से गलती हो गई 1 दिन की बात है दिनभर काफी ज्यादा भागा दौड़ी हो गया था इस वजह से मेरे सिर में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और कमर में दर्द हो रहा था। पूरा बदन टूटे जा रहा था तो मैं शाम को अपने बेटे को बोली एक टैबलेट ला दो मेरे हाथ पैर बहुत ज्यादा दर्द कर रहे हैं। खा लूंगी तो आराम मिलेगा। उसने टेबलेट ला भी दिया पर कुछ फायदा नहीं हुआ दोस्तों रात के करीब 10:00 बज गए थे। मैं परेशान हो रही थी तो मेरा बेटा बोला कि मां मैं आपके लिए तेल लेकर आता हूं और आपके हाथ और पैरों में लगा देता हूं मालिश अच्छे से कर देता हूं।

मैंने बोला नहीं नहीं ठीक हो जाएगा कोई बात नहीं पर वह नहीं माना और फिर तेल लेकर आ गया। मैं उसको यहां पर गलत नहीं बोलूंगी क्योंकि उस समय उसके मन में कोई भाव नहीं था। जैसे जैसे वह मेरी गोरी टांगों में तेल लगाने लगा और मैंने अपना पेटीकोट तेल लगने के डर से घुटने से जब ऊपर कर दी। उसको कुछ कुछ होने लगा दोस्तों। उसके हाव-भाव बदल गए थे गहरी गहरी सांसे ले रहा था और मुझे घूर घूर कर देख रहा था। मुझे लगा कर मेरा बेटा मेरी केयर कर रहा है इस वजह से वह ऐसे देख रहा है। धीरे-धीरे करके वह अपने हाथों को मेरी जांग तक ले जाने लगा। मैं मना भी नहीं की क्योंकि मालिश ऐसे ही की जाती है। फिर उसने मेरे हाथों में मालिश किया और मुझे पेट के बल लेटने के लिए बोला।

जब मैं पेट के बल लेट गई तो वह मेरे कमर में तेल लगाने लगा पेटिकोट और ब्लाउज के बीच में जो जगह होता है दोस्तों पीठ पर उसी पर वह तेल लगा रहा था। धीरे-धीरे वह मेरी मालिश करने लगा पैसे लेकर चूतड़ तक चूतड़ से लेकर मेरी कंधे तक। अब मुझे कुछ कुछ होने लगा था दोस्तों क्योंकि वह भी तो एक मर्द है मैं भी महसूस की थी उस समय उसका लंड खड़ा हो गया था। मेरी आंखें लाल-लाल होने लगी मैं भी अंगड़ाइयां लेने लगी बेटे को भी लगने लगा कि मेरी मां कामुक हो रही है।

फिर उसने मुझे सीधा होने को कहा और फिर वह मेरी जांघों पर हौले हौले से सहलाने लगा धीरे-धीरे वह मेरे पेट पर तेल लगाया और फिर ब्लाउज के हुक खोलने लगा। मैं कुछ भी नहीं बोल पाई दोस्तों मैं वैसे ही लेती रही और उसको देखते रहे मेरे ब्लाउज के हूं को खोल दिया और मेरा ब्रा को खोलने की कोशिश करने लगा और ब्रा का हुक तो पीछे होता है मैं थोड़ा तेरी हो गई उसने ब्रा का हुक भी खोल दिया। मेरी बड़ी बड़ी गोल-गोल सॉलिड और टाइट चूचियां उसके सामने थी दोस्तों उन्हें तुरंत ही हाथ में तेरी याद मेरे दोनों चुचियों पर लगाने लगा।

धीरे-धीरे वह मेरी चूचियों को मसलने लगा मैं खुद ही अपने होंठ को अपने दांतो से दबाने लगी। मैं कामुक हो गई थी दोस्तों मेरे पूरे शरीर में करंट दौड़ रहा था। मैंने हाथ फैला दी वह मेरे करीब आ गया मैंने उसके होंठ को चूसना शुरू कर दिया। वह मेरी चुचियों को दबाते हुए मेरे होंठ को चूसने लगा था। अब मेरे कंधों पर मेरे गाल पर मेरे गर्दन पर मेरे बूब्स पर चूमने लगा। मेरे तन बदन में आग लग गई थी दोस्तों। बहुत दिनों के बाद मेरे शरीर को ऐसे कोई छू रहा था।

उसने मेरी पेटीकोट उठा दिया और मेरे पति को खोल दिया मैं लाल कलर की पेंट पहनी हुई थी। पति को अपने हाथ में लेकर अपने नाक से लगाया और सोने लगा और यहीं पर छोड़ गया उसको मेरे चूत का नशा। वह पागल हो गया दोस्तों को दीवाना हो गया मेरे दोनों टांगों को अलग अलग किया और बीच में बैठकर में चूत को चाटने लगा। मेरी चूत से गर्म गर्म पानी निकलने लगा था दोस्तों गीली हो गई थी मैं पूरा और वह अपनी जीभ से मेरी चूत को चाट रहा था।

मैं अपने बेटे से बोली कि क्या तू चाटेगा या मुझे भी चाटने देगा। मुझे भी तेरा लंड चाटना है। उसने तुरंत ही अपना मोटा लंड मेरे मुंह में डाल दिया। गजब का लंड था। दोस्तों गोरा लंबा मोटा। मैं उसके लंड को चाटने लगी वो सिसकारियां लेने लगा दांतो को आपस में पीसने लगा और मैं उसके ल** को ऐसे चूस रही थी मानो वर्षों की प्यास आज ही बुझा लूंगी।

अबू अपना लंड मेरे मुंह से निकाल कर फिर से मेरी चूत के पास पहुंच गया और फिर से वह मेरी चूत को चाटने लगा क्योंकि मैं काफी ज्यादा पानी छोड़ रही थी। मैंने कहा बेटा अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है अब मेरी वासना को तुम शांत कर दो क्योंकि मेरी अंतर्वासना भड़क गई है। उसने तुरंत अपना लंड मेरी चूत पर लगाया और जोर जोर से धक्के दे देकर कस के चोदने लगा दोस्तों।

रहा नहीं गया मेरे से और मैं खुद उसको जोर-जोर से जोर जोर से चोदो कहने लगी और मुझे भी वह जोर जोर से धक्के दे दे कर मुझे चोदने लगा। मैं उसको नीचे लिटा दी और मैं उसके ऊपर चढ़ गई है। मैं अपनी चूचियां उसके छाती पर रगड़ने लगी और उसका लंड पकड़ कर अपनी चूत पर लगा कर बैठ गई। अब जोर जोर से धक्के ऊपर से देने लगे पूरे कमरे में फच फच की आवाज आ रही थी। और मैं हाय हाय कर रही थी वह मुझे नीचे से धक्के दे रहा था मैं हूं ऊपर से धक्के दे रही थी ऐसा लग रहा था आज मैं अपने बेटे के लंड को तोड़ दूंगी।

हमें कुत्तिया बन गई मेरी चोरी गांड मेरे बेटे के तरफ हो गया था बेटा मोटा लंड निकाला और मेरे चूत के बीच में लगाकर फिर से जोर-जोर से घुस आने लगा कभी-कभी वह मेरे चूतड़ पर जोर से थप्पड़ मारता मेरे बाल को पकड़ता मेरे बालों को खींचता और जोर-जोर से पीछे से धक्के देता। मैं धन्य हो गई थी ऐसी चुदाईकरके इसके पहले कभी मैंने ऐसा महसूस नहीं किया था एक जवान लड़का जब जोर जोर से अपने लंड को एक 40 साल के ऊपर की औरतों में डालता है तो उस औरत में कैसे जान आ जाती है। और औरत की कामवासना और भी ज्यादा भड़क जाती है।

मेरे साथ ही ऐसा ही हुआ था मेरे कामवासना भड़क गई मैं अपने बेटे को बार-बार और जोर से और जोर से चोदने को कह रहे थे और बेटा भी मेरी मदद कर रहा था। 1 घंटे की चुदाईमें मेरी कामवासना शांत हो गई दोस्तों मेरे बेटे का वीर्य भी मेरीचूत के अंदर ही रह गया और हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर सो गए मैं उसको चुनते हुए बोली मेरा लाडला बेटा आज तुमने मुझे खुश कर दिया है।

 

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