बहुत जल्दी से आपको मेरी छोटी सी सेक्स कहानियां को बता देना चाहती हूं। मां को दर्द होता है यह बात मुझे पता चला मेरी सुहागरात के दिन जब मेरी मां दूसरे कमरे से दौड़ कराई मेरे कमरे में जब मैं दर्द के मारे चिल्ला रही थी मेरे पति में मोटा लंड मेरे छोटे छेद वाली चूत के अंदर डालने की कोशिश कर रहा था। दर्द से मैं छटपटा रही थी मेरी मां से रहा नहीं गया मेरी चीखें सुनकर तोड़कर मेरे कमरे में आ गई।
मेरा नाम कोमल है मैं 20 साल की लड़की हूं मैं अपनी मां की अकेली संतान हूं मेरे पापा है नहीं। मेरी शादी फरवरी महीने में हुई थी उस दिन की बात मैं बता रही हूं जिस दिन मेरा सुहागरात था। कैसे मेरी मां दौड़ कराई और मेरी मदद की और मुझे भी सिखाया और मेरे पति को भी सिखाया की चुदाई कैसे करते हैं चूत में लंड कैसे डालते हैं। मेरी शादी ज्यादा धूमधाम से नहीं हुई थी कोर्ट मैरिज मैंने की तो आपको पता है ज्यादा कोई तामझाम था नहीं दिन में शादी हो गई रात को मिल सुहागरात थे कुछ लोग आए थे जो रात के करीब 9:00 बजे वापस अपने घर भी चले गए थे।
घर में मैं मेरा पति और मेरी मां तीनों ही थे। क्योंकि जिस शहर में अभी हम लोग शिफ्ट हुए थे उस शहर में ज्यादा भी हमारी जान पहचान नहीं हुई थी लोगों से तो कुछ लोग जो थे वही आए थे उसके बाद तो लोग आए भी नहीं थे मेरे रिश्तेदार को मेरे मां ने बताया नहीं मेरी शादी के बारे में क्योंकि मेरे परिवार में कुछ लोग हैं जो गांव में रहते हैं मैं शहर में आकर नर्स बनने का ट्रेनिंग ले रही हूं और मेरी मां एक सिक्योरिटी एजेंसी में सिक्योरिटी स्टाफ के रूप में काम करते हैं
मेरे पापा पिछले साल चल बसे थे तो मेरे मम्मी को भी ऐसा लग रहा था कि जल्दी से जल्दी मेरी शादी हो जाए मेरे हाथ पीले हो जाए ताकि एक जवान लड़की और जिसका बाप घर में नहीं हो उसके साथ कुछ उल्टा-पुल्टा नहीं हो जाए इस वजह से मेरी शादी मेरे बॉयफ्रेंड से कर दिया मेरा बॉयफ्रेंड अभी कुछ दिन पहले ही बना था उसके मां-बाप भी नहीं है वह अकेला ही रहता है इस वजह से हम लोगों को शादी में कुछ ज्यादा कोई दिक्कत भी नहीं हुई मेरी मां भी जल्दी मान गई और शादी चटपट हो गया था।
जहां मैं रहती हूं वहां पर दो कमरा है एक कमरे में मां सोई हुई थी दूसरे कमरे में मैं और मेरा पति। रात के 10:00 बजे थे बाहर से मेरा पति आया था अपने दोस्तों के साथ घूम कर तो उसने ड्रिंक कर रखा था मैं पलंग पर बैठी हुई थी दूध का गिलास बदलकर टेबल पर रख दी थी क्योंकि सुहागरात में अपने पति को दूध का ग्लास दिया जाता है इस वजह से मैंने भी उस परंपरा को निभाया इंतजार करने लगी अपने पति का।
जब मेरा पति कमरे में आया उसने मेरा घूंघट हटाया मेरे होंठ पर एक गरम-गरम चुम्मा भी दिया। फिर हमने उससे प्रॉमिस भी करवाएं कि कभी वह मुझे छोड़कर कहीं नहीं जाएगा मेरे अलावा किसी को नहीं दिखेगा और वह भी मुझे कुछ नहीं पूछेगा मेरी जवानी के बारे में मेरी पिछले जिंदगी के बारे में और मैं भी उसको कभी कुछ नहीं पूछूंगी यह सब बातें हम लोग कुछ देर तक कि उसके बाद मैंने अपने हाथों से उसको गिलास भर दूध पिलाया।
मेरा पति मेरे सारे गहने उतारे साड़ी खुली ब्लाउज का खोला फिर मेरी ब्रा। जैसे उसने ब्रा खोला मेरी छोटी-छोटी नींबू की तरह चूचियां बाहर निकल गई थी। चुचियों को पकड़कर मचलने लगा मेरे निप्पल को दोनों उंगलियों से दबाने लगा फिर दांत से मिली बूब्स को काटने लगा। कभी वह मेरी चुचियों को चुनता कभी मेरे गाल को चूमता कभी मेरे कंधे को चूमता कभी मेरे होंठ को खाने लगता। इस वजह से मैं काफी ज्यादा कामुक हो गई थी और मेरी चूत गीली हो चुकी थी मैं भी धीरे-धीरे अपने लाज शर्म को त्याग कर मैंने भी उसको बाहों में लेकर उसके होंठ को चूमने लगी उसके लंड को पकड़ ली।
मेरे पति ने मुझे लिटा दिया पेटिकोट का नाड़ा ढीला करके जी को निकाल दिया फिर मेरी भी खोल दी। मैं अपने पति के सामने नंगी अपने हाथों को अपने आंखों पर रखकर शर्म से लाल हुए लेटी हुई थी मेरा पति मेरे बूब्स को दबाते हुए मेरे नाभि में उंगली करके फिर मेरे चूत को सहलाने लगा मैं गोरी चिट्टी छोटी सी लड़की जिंदगी में पहली बार सेक्स करने के लिए तैयार थी पर मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा था कि कहीं मेरी चूत से ज्यादा खून ना निकल जाए क्योंकि मैंने कई सारे कहानियां सेक्सी हिन्दी स्टोरी पड़ी थी जिसमें लिखा हुआ था कि पहली बार सेक्स करने से चूत से खून निकलता है।
मेरे अंदर पहले से ही था इस वजह से मैंने अपने पति को बोल दे कि धीरे-धीरे करना जब मैं बोल दूं रुक जाने के लिए तो रुक जाना जबरदस्ती मत करना मुझे। आखिर वह समय आ गया जब मेरा पति निकालकर मेरे चूत के छेद पर रखा और दोनों टांगों को अलग-अलग करके तकिया मेरे गांड के नीचे लगा कर जोर से घुसाने की कोशिश करने लगा पर मैं दर्द से कराह रहे थे बार-बार उसको रोक रही थी।
मेरा पति बार बार थूक लगा लगा कर मेरी चूत के अंदर अपना मोटा लंड घुसाने की कोशिश कर रहा था पर कामयाबी उसको नहीं मिल रही थी। और मुझे दर्द बहुत ज्यादा हो रहा था इस वजह से मैं बार-बार धक्के दे दे रही थी रुक जाने को कह रही थी। मम्मी ने मुझे पहले ही एक वैसलीन का डिब्बा दे दी थी यह रख ले काम आएगा मैं समझ गई मम्मी ने मुझे वैसलीन क्यों दी थी मैंने वह स्क्रीन लेकर अपने पति के लैंड पर लगा दे ताकि चिकनाहट हो जाए।
उसके बाद फिर से मेरा पति मेरे दोनों टांगों को अलग अलग करके अपना लंड मेरी चूत के छेद पर रखकर जोर से घुसाने की कोशिश किया मैं रोकने लगी पर वह नहीं माना क्योंकि 10 से 15 मिनट हो गया था शायद इसी वजह से उसने जोर से धक्का दे दिया और मैं बहुत तेज से चिल्ला उठी मम्मी। ऐसा लगा कि मम्मी दरवाजे के बाहर ही खड़ी थी वह तुरंत ही धक्का देने लगी दरवाजे पर मैं तुरंत ही बेडशीट अपने बदन पर रख ली। मेरा पति पहन लिया और जाकर दरवाजा खोला मम्मी तुरंत ही अंदर आ गई और पूछने लगी क्या हुआ क्या हुआ हम दोनों चुपचाप कोई कुछ नहीं बोल रहा था क्योंकि यह कोई बोलने की बात नहीं थी।
मम्मी बोली कोई बात नहीं मैं तुम दोनों की मां तुम लोग जल्दी बाजी में कुछ ऐसा गलत मत कर जाना कि बहुत ज्यादा चोट पहुंच जाएं क्योंकि पिछले सप्ताह ही में न्यूज़पेपर में पड़ी थी कि जल्दी बाजी करने के चक्कर में ब्लीडिंग ज्यादा हो गई और उसे लड़की की जान चली गई इस वजह से मुझे बहुत डर लग रहा था इसलिए मैं अंदर आ गई मैं तुम दोनों को बताऊंगी कि सेक्स कैसे करते हैं एक दिन बता दूंगी फिर तुम लोग जिंदगी भर फिर करना मैं कभी नहीं आऊंगी।
मेरा पति मेरा मुंह देखने लगा मैं भी अपने पति का मुंह देखने लगी और कोई चारा नहीं मम्मी वहीं बैठ गई फिर मेरी मम्मी मेरे पति से बोली चलो मैं बता देती हूं तुम्हें चोदना है। मम्मी ने मेरी चूत के ऊपर नारियल तेल लगाया मेरे पति के लंड में भी नारियल तेल लगाया और फिर मेरी गांड के नीचे एक मोटा तकिया लगाई और मेरे पति को लंड में चूत में लगाने को बोली मेरा पति वैसा ही किया
अपना मोटा लंड से चूत के छेद पर लगाया। फिर मम्मी बोली तुम चूचियों को मसलते हुए धीरे-धीरे अपना लंड डालो। मेरा पति ऐसा ही किया मेरी चूचियों को मसलते हुए अपना लंड मेरी चूत के अंदर होले होले करके डालने लगा और एक बार ऐसा वक्त आया जब मेरी चूत काफी ज्यादा गीली हो गई थी उसका लंड आराम से मेरी चूत के अंदर चला गया।
हम दोनों ही एक दूसरे को चूमने लगे बाहों में भर कर एक दूसरे को सहलाने लगे मेरी सांसे तेज तेज चल रही थी मेरा पति मुझे चोद रहा था होले होले झटके देकर मेरी मां वहीं बैठकर यह सब नजारा देख रही थी और मुस्कुरा रही थी। करीब 20 मिनट की जुदाई के बाद मेरे पति का सारा माल मेरे चूत के अंदर ही झड़ गया हम दोनों निढाल हो गए थे मेरी मां हंसते हुए कमरे से बाहर चली गई दरवाजा बंद करके।