मेरा नाम आरती है आगे 24 एअर 32-26-32 मेरा फिगर है मई हमएसा से आपलोगो को सच्ची स्टोरीस लिखती आ रही हू आज मई आप लोगो क लिए फिर से छुदाई की स्टोरी ले कर आई हू आप लोगो ने बहुत रेस्पॉन्स दिए तो आज मान हुआ जिससे ये लिख रही हू .
ये कहानी रियल है कोई फेक नही है ये कहानी तब की है जब मई 12त मे पढ़ती थी मेरे घर मे मई मम्मी पापा छोटी बहन भाई है. उस दिन मम्मी सुबह से जल्दी जल्दी काम निपटने मे लगी थी उनको मार्केट जाना था घर की नौकरानी नही आई थी तो वो ओर मई काम निपटा रहे थे मई अपने टाइम पे रेडी हो कर 9 बजे स्कूल चली गई छोटी बहन का स्कूल 11 बजे था तो वो भी अपने ही टाइम पे स्कूल गैट ही वो महीने का लास्ट दिन था इसलिए स्कूल की छुट्टी जल्दी हो गई तो मई अपने घर जल्दी से आ रही थी ये देखने क लिए की मम्मी मेरे लिए कुछ लाई होगी.
जब मई घर पहुचि तो गाते को धक्का देकर हमएसा की तरह खोला सीधा अंदर को चली गई अंदर देखा तो कोई नज़र नही आया मई समझी की मम्मी घर मे नही है वो मार्केट मे ही होगी तभी मुझे सक हुआ की अगर घर मे कोई नही है तो दरवाजा कैसे खुला है मेरा माता तनका मई तुरंत घर के हर कमरे को दबे पाव चुपके से झाँक झाँक क देखने लगी मेरा पहला ही कदम सही जगह पड़ा था मैने मम्मी पापा क बेडरूम मे झाँक कर देखा तो पापा कमला {घर की नौकरानी} का हाथ पकड़े हुए उसको कुछ समझा रहे थे बुत वॉक अलाई च्छुदाने की कोसिस कर रही थी मई साँझ गई की ये क्या हो रहा है कमला घर क पास ही रहती थी वो ग़रीब थी इसलिए वो घरो मे काम किया करती थी सवले रंग की 30,32 साल की थी.
सामने से सिर्फ़ कमला की पीठ दिखाई दे रही थी हलकी पापा बेड मे बेते थे वॉक आह रही थी नही साब इतना ही बहुत है ये सब अच्छा नही है पापा बोले की अच्छा बुरा क्या लगा रखा है कोई नही है ऐसा मौका बहुत कम मिलता है तुमको मई कई दीनो से देख रहा हूट उम पहले जैसी दुबली पतली नही हो एकदम से सब बदल गया है तुम्हारा सरीर भर गया है सॅडी कबकि हो चुकी है कई साल बाद ऐसा बदलाव क्या हुआ
वो बोली साब जाने दो काम करना है बाई जी{मम्मी}आ जाएगी कोई काम ना हुआ तो वो चिल्लाएगी पापा बोले की आज बाई जी खुद ही सारा काम कर क गई है तुम्हे कुछ नही करना तो वो बोली फिर भी साब अच्छा नही लगता ये सब पापा बोले की तुम थोड़ी देर बगल मे तो बेतो वो बगल मे बेत गई पापा बोले की तुम ग़रीब घर की हो दूसरो क घर बर्तन मांजती हो झाड़ू पोंचा कर क कितना कमति होगी घर का खर्च आज की महगाई मे चलना मुस्किल पड़ता है वो बोली हा साब ये तो है अब क्या करे काम तो कर्ण आयी पड़ता है पापा बोले की मई तुम्हे 200 र्स. डुगा तुम मेरा काम कर दो हर महीने अलग से डुगा बाई जी को बस मत बताना वो बोली की साब पैसे किसलिए दे रहे हो
पापा बोले मई पैसा डुगा तुमको लेकिन तुमसे कुछ लुगा तुम्हारी बर मरूगा वो सयद पैसे का नाम सुन कर वो चुप हो गई कुछ सोच क बोली ठीक है साब लेकिन साब फिर भी ये अच्छा नही है पापा बोले की तुम्हारी बर मे टला थोड़ी लगा है रात मे घर वेल को देती होगी दिन मे ले लो हमारा तभी वो जो बोली जो सुन क पापा मुस्कुराने लगे उसने कहा की बाई जी बता रही थी की आपका वो काफ़ी बड़ा है उनको करने मे आज भी दिक्कत होती है पापा बोले की अरे ऐसा कुछ नही है तुम खुद देख लो पापा ने तुरंत अपनी तहमत हटा कर अपनी अंडरवेर उतार दी तो कमला की आँखे खुली रह गई क़्की वास्तव मे पापा का बहुत बड़ा था वो बोली अरे बाप रे इतना बड़ा इसिसलिए तो बाई जी कहती थी की बहुत बड़ा है पापा ने अपने काले लंड को पकड़ क कहा तुमहरि सॅडी हो गई है 2 बच्चे है फिर भी लंड देख क दर रही तो वो बोली साब इतना बड़ा होगा तो डरना ही पड़ेगा पापा बोले टाइम बर्बाद ना करो जल्दी से कर लिया जाए वो सकुचा रही थी लेकिन पापा क लिए तो वो सिकार थी
पापा ने उसके ब्लाउस क उपर से दूध पकड़ लिए वो चुपचाप बेती रही कुछ देर मे पापा ने उसका ब्लाउस खोल दिया वो गंदी सी ब्रा पहने थी पापा न्यू ओ भी हटा दी तो उसके दूध निकल आए वो कड़क हो चुके थे उसका सावला रंग अच्छा लग रहा था पापा ने दूध को ज़ोर से दबा दिया तो वो बोली लगता है ज़ोर से ना दब्ाओ यार पापा बोले यार भी बोलती हो दबाने भी नही देती तो वो चुपचाप बेत गई उसने आँखे बंद कर ली थी. पापा ने उसको पकड़ कर पीछे लिटा दिया उसके उपर लेट गए ओर उसको चूमते हुए उसके दूध पीने लगे वो ना नुकर कर रही थी लेकिन वो हा जैसी थी पापा ने उसकी सारी को पकड़ क उपर किया पेटीकोटे को भी उपर किया तो वो बोली साब रहने दो ना.
पापा बोले अब मत रोको तुम थोड़ी देर पेलने दो ओर ये बता कल घलवाई थी की नही वो बोली हा घलवाई थी वो अपने आप ही बोली की रात मे जैसे ही लड़के बच्चे सो गये थे तब पापा ने उसका पेटीकोटे ुआप्र किया तो उसकी काली जंघे ओर काली छूट को पापा सहलाए जा रहे थे पापा ने कहा की तुम्हारी बर रोज लंड लेती है वो हू हू बोली अचानक से उसने पूछा साब बाई जी कह रही थी की आप उनके पिछी भी करते हो इतना बड़ा कैसे ले लेती है पापा ने कहा ये बताओ की बाई जी ने तुम्हे क्या क्या बताया है वो बोली की वो सब बताती है आप खुद रोज दो बार करते हो वो तो कैसे उल्टा सीधा लिटा क खड़ा कर क आप करते हो उनसे सीख क मई भी करती हू उसी सब मे उसके मूह से ये सब सिसकारियो की आवाज़ क साथ निकल रही थी.
पापा बोले तब तो तुम पक्की हो चुकी हो मज़ा लेती हो आज हमारे साथ मे तुम मस्त हो जाओगी एक बार अंदर तो जाने दो वो बोली तो अंदर कर दो ना पापा ने कहा मूह मे ले लो वो बोली नई उल्टी होती है पापा बोले चुम्मि लेलो एक बार उसने उपर को सिर किया पापा क ताने लंड को चूम लिया फिर पापा ने उसके कुल्हो क नीची तकिया लगाया लंड को छूट से सता दिया वो बोली साब पूरा ना डालना थोड़ी सा ही डालना पापा बोले छूट कितनी भी छ्होटी हो लंड क लिए जगह बन ही जाती है तुम्हारी बाई जी पिछी ले लेती है पूरा वो संत हो गई अगले ही पल पापा ने अपने लंड मे कॉंडम पहना उसपे थूक लगाया ओर उसकी छूट मे तोड़ा सा घुसा दिया वो सिसस्स्स्सस्स करने लगी तो पापा ने तोड़ा ओर अंदर किया फिर अंदर करते ही चले गये उसने कहा साब ससीईसिस अया पूरा ना घुसना पापा ने कहा देख लो पूरा नही डाला उसने देखा तो बोली अरे रे पूरा अंदर घुस गया है पापा बोले अब चुड लो लंड तुम तो पूरा लील गई हो वो बोली छोड़ लो यार अच्छा लंड है.
पापा स्लोली छोड़ने लगे वो आहा आहहहा सीसीसूमहुहमहूमहूमहूम्हा आहहा सीसिस सीसिस छोड़ोदोदोड़ो कह रही थी अपने होतो को दंटो से दबाए थी अपाप बोले हा ले ले चुड ले वो बोली पनिया गई मेरी बर यार तुम्हारे लंड क जाते ही पापा ने धक्का मारा कहा आप से सीधा तुम पे आ गई देख लो लंड का कमाल कमला उनके हर धक्के से छापद छापद ठप ठप की आवाज़ आ रही थी वो आ आ करो साब करो ओर करो पापा भी उसकी छूट मे मज़ा ले रहे थे थोड़ी देर मे पापा ने कहा पिछी से छोड़ना है वो बोली ना नई नई पिछी नई.
पापा ने कहा अरे गांद ना मरूगा कुटिया बना क पिछी से छोड़ने दो; वो बोली ठीक है. फिर पापा उपर से हट गये ओर उसको पकड़ क नीची फ्र्स मे खड़ा किया फिर उसको झुका दिया तो उसकी कमर क उपर का हिस्सा बेड मे रख गया उसके घुटने ज़मीन मे थे उसने तकिया मे सिर रख लिया उसी को पकड़ लिया पापा ने उसकी कमर को पकड़ा तोड़ा अड्जस्ट किया फिर पिछी से उसकी छूट मे डाल दिया वो सीईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईई कहने लगी पापा छोड़ने लगे बहुत अच्छा सीन लग रहा था थोड़ी देर मे पापा ने अपना लंड निकल लिया ओर कमला को वैसे ही झुका र्कहा लेकिन उसकी कमर को पकड़ कर उपर को उठा दिया वो खड़ी थी बुत उसका छाएहरा ओर हाथ बिस्तर मे थे अब पापा ने फिर से उसके पिछी से आ कर लंड घुसा दिया पापा ने कहा तुम बहुत चूड़ने वाली औरत हो तुम्हे छोड़ने मे बहुत मज़ा आ रहा है वो बोली आपका लंड सच मे मजेदार है इतने बड़े लंड को लेने का मज़ा ही अलग है बाई जी की तो किस्मेट अच्छी है रोज मिलता है.
पापा ने कहा की तुम भी तो रोज चुड़वति हो वो हा हा हू बोली की ऐसे लंड से नही चुड्ती पापा ने छोड़ना जारी रखा कहा तुम चाहो तो जब मौका मिले तब छोड़ देगे तुम्हे वो बोली हा साब छोड़ना अभी तो मेरी मरम्मत कर दे रहे हो छोड़ छोड़ कर छोड़ो साब छोड़ो तभी पापा ने अपना लंड निकाला ओर कॉंडम उतार दिया तो वो खड़ी हो गई पापा ने अपना कॉंडम बदला वो देखती रही फिर बोली क्या हुआ साब, पापा ने कहा तुम झुको तुम्हे छोड़ना है वो बोली क्य्ाआआआ अभी भी छोड़ोगे कितना छोड़ते हो अब रहने दो छूट मे दर्द हो रहा पापा ने कहा छूट मे दर्द हो रहा है तो गांद मरने दो वो सॉफ माना कर क बोली नई साब इतना ही बहुत है तो पापा ने कहा जल्दी झुको छूट मे ही छोड़ने दे जल्दी वो बेमान से झुक गई अब पापा ने फिर से उसकी छूट मे दल दिया जल्दी जल्दी छोड़ने लगे.
थोड़ी देर मे पापा काफ़ी तेज़ी से छोड़ने लगे पापा ने उसको इतनी तेज़ी से धक्का मारा अगर उसकी कमर ना पकड़ी होती तो वो बेड मे गिर पड़ती वो कराह उठी बोली कैसे हो अया अहह ऐसे छोड़ते हो आअहह जैसे कभी बर ना मिली हो पापा ने एक धक्का मारा कहा हा पहले कभी तेरी छूट नही मिली थी चुड लो फिर थोड़ी ही देर मे बारह तेरह धक्के मार क पापा उसके पिछी से हट गये कमला ने अपने कपड़े पहने पापा बेड मे लेट कर हफने लगे उनने फिर अपने कपड़े पहन लिए वो दोनो बेत गये.
पापा ने पूछा मज़ा आया या नही वो बोली मज़ा तो आया बहुत फिर पापा ने उसको 250र्स. दिए फिर वो लोग नॉर्मल बाते करने लगे अब कमला काफ़ी खिली खिली दिख रही थी मई उरी फासने वाली थी क़्की पापा लोगो को ये पता नही था की मई आ चुकी हू इसलिए मई चुपके से भागी अपना बेग लिया ओर गाते से अंदर आई गाना गति हुई सयद उनको मेरे आने का पता चल गया जब मई अंदर गई तो पापा लेते थे ओर कमला जाने क लिए निकल रही थी वो बोली आ गई बिटिया माने मुस्कुरा कर कहा हा आ गई बस दोस्तो ये थी स्टोरी अब आप लोगो को कैसी लगी मुझे ज़रूर बताना.